करूर भगदड़ हादसे में 38 लोगों की मौत, मृतक के परिवार को 10-10 लाख रुपए का एलान- पढ़ें Top Update
करूर, तमिलनाडु में हुए राजनीतिक रैली भगदड़ हादसे में 38 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 8 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मृतकों के परिवार को 10-10 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल मरीजों को 1-1 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. हादसे के बाद अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं.

तमिलनाडु के करूर में तमिलागा वेत्रि कझगम (TVK) की राजनीतिक रैली के दौरान हुई भगदड़ में 38 लोगों की मौत और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए. मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिवारों को सांत्वना देने तथा अस्पतालों में उपचाररत घायलों का हाल जानने के लिए स्वयं करूर जाने की घोषणा की. घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने सुनिश्चित किया कि सभी घायलों को उच्चतम स्तर का चिकित्सा उपचार मिले और संबंधित विभागों को तत्परता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए. धीरे-धीरे मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है.
मुख्यमंत्री का बयान और राहत उपाय
मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा, 'आज करूर में TVK की राजनीतिक सभा के दौरान भीड़ के दबाव में 36 लोगों, जिनमें 8 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल हैं, की दुखद मौत की खबर सुनकर मैं गहरा स्तब्ध और आहत हूं. मैंने निर्देश दिए हैं कि अस्पताल में भर्ती सभी मरीजों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए. इसके लिए स्कूल शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री को तुरंत करूर भेजा गया है. साथ ही त्रिची, सेलम और डिंडिगुल के जिला कलेक्टरों को भी चिकित्सा टीमों के साथ करूर भेजा गया है.”
उन्होंने आगे कहा, “मुख्यमंत्री सार्वजनिक राहत कोष से मृतकों के परिवारों को प्रत्येक को 10 लाख रुपये और अस्पताल में गहन चिकित्सा उपचाररत प्रत्येक मरीज को 1 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी. इसके अलावा, घटना की पूर्ण जांच के लिए सेवानिवृत्त हाईकोर्ट न्यायाधीश अरुणा जगदीशेन की अध्यक्षता में एक सदस्यीय आयोग का गठन तत्काल किया जाएगा, जो अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा.”
राहत और चिकित्सा कार्य में तत्परता
घटना के तुरंत बाद प्रशासन ने अस्पतालों में मेडिकल टीमों की व्यवस्था की और घायलों को प्राथमिक उपचार दिया. मुख्यमंत्री ने यह भी सुनिश्चित किया कि प्रभावित परिवारों को हर प्रकार की सहायता और मानसिक सहारा प्रदान किया जाए. साथ ही, राज्य सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में शांति बनाए रखने और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं.