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ऑटो के नीचे दबी मां, बेटी की बहादुरी से बची जान! मंगलुरु पुलिस ने लड़की को किया सम्मानित; देखें VIDEO

Karnataka: दुर्घटना तब हुई जब ऑटोरिक्शा सड़क पार कर रही एक महिला से टकरा गया जो कथित तौर पर अपनी बेटी को ट्यूशन क्लास से लेने जा रही थी. महिला से टकराने से पहले वाहन ने पास के पेट्रोल पंप पर एक व्यक्ति को भी टक्कर मारी.

ऑटो के नीचे दबी मां, बेटी की बहादुरी से बची जान! मंगलुरु पुलिस ने लड़की को किया सम्मानित; देखें VIDEO
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Image Creadit- Social Media
सचिन सिंह
by: सचिन सिंह

Updated on: 19 Sept 2024 6:34 PM IST

Karnataka: मां से बढ़कर कोई नहीं होता है और मां के लिए बेटी भगवान का दिया नायाब तोहफा है. अपनी मां की हर शर्त पर रक्षा करने को तैयार होती है बेटियां. ऐसी ही एक कहानी कर्नाटक के मंगलुरु से आ रही है. जहां एक बेटी ने मां की जान बचाने के लिए अपनी बहादुरी का परिचय दिया है. लड़की की इस साहस के लिए शहर की पुलिस ने उन्हें सम्मानित भी किया है. 13 वर्षीय यह लड़की किन्निगोली के सेंट मैरी स्कूल में कक्षा 7 की छात्रा है. मां की जान बचा रही बेटी का वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है.

दरअसल, वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि इस घटना में वैभवी नाम की लड़की अपनी मां को बचाने के लिए पलटे हुए ऑटो को उठाती हुई दिखाई दे रही है. ये सब तब हुआ जब महिला तेजी से दौड़ते हुए सड़क पार कर रही थी. तभी तेज आती ऑटो से टकरा गई और इस दौरान चालक ने भी बचाने की कोशिश की. हालांकि, संतुलन खोकर ऑटो पलट गई, जो महिला के ऊपर आ गिरी. ये देख उनकी बेटी तेजी से दौड़ते हुए मां के पास पहुंची और ऑटो को उठाने लगी. बच्ची के इस साहसी कदम से मां की जान बच पाई.

लड़की की वीरता को मिला सम्मान

लड़की की वीरता को मानते हुए मंगलुरु पुलिस आयुक्त ने व्यक्तिगत रूप से लड़की से मुलाकात की तथा अपने कार्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में उसे शॉल और माला भेंट की. दुर्घटना तब हुई जब कथित तौर पर महिला अपनी बेटी को ट्यूशन क्लास से लेने जा रही थी. महिला से टकराने से पहले वाहन ने पास के पेट्रोल पंप पर एक व्यक्ति को भी टक्कर मारी. वीडियो में उसकी त्वरित कार्रवाई की गई और पीड़ित लोगों को सहायता भी प्रदान की गई.

CM सिद्दारमैया ने की लड़की की तारीफ

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने भी वीडियो को शेयर कर लड़की की तारीफ की है. उन्होंने लिखा, 'लड़की की समय की पाबंदी और साहस सराहनीय है. मैंने मीडिया में कई बार देखा है कि जिन लोगों को पीड़ितों की मदद के लिए दौड़ना चाहिए था, वे दुर्घटनास्थलों पर खड़े होकर मोबाइल फोन पर वीडियो बना रहे थे, जिससे मुझे आने वाले दिनों की चिंता होने लगी. इस छोटी सी बच्ची का कदम पूरे समाज को एक संदेश देता नजर आ रहा है. मानवता मत भूलो.'

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