पहलगाम को हिमाचल में किया शिफ्ट, अब महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की सीएम! 12वीं पास मंत्री का भूगोल ज्ञान!
झारखंड के 12वीं पास टूरिज़्म मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने पहलगाम को हिमाचल प्रदेश में शिफ्ट कर डाला और महबूबा मुफ्ती को जम्मू-कश्मीर का मौजूदा मुख्यमंत्री बता दिया. अब सवाल उठ रहे हैं कि जब मंत्री जी को देश के नक्शे और नेताओं की भी जानकारी नहीं, तो झारखंड का टूरिज़्म कैसे चमकेगा?

ये हैं सुदिव्य कुमार सोनू, झारखण्ड के माननीय मंत्री! नहीं, सिर्फ मंत्री नहीं... पर्यटन यानी टूरिज़्म मिनिस्टर! और इनका टूरिज़्म मिनिस्टर होना ही शायद इनको मीडिया में ले आया. वैसे भी, पब्लिसिटी इज़ पब्लिसिटी — पॉजिटिव हो या नेगेटिव, फर्क नहीं पड़ता. लेकिन शायद मंत्री साहब ऐसे फेमस नहीं होना चाह रहे होंगे.
तो हुआ यूं कि पहलगाम में 26 टूरिस्ट को आतंकवादियों ने धर्म पूछकर गोली मार दी. ये खबर सुनकर हर कोई दुखी था. लेकिन पत्रकार बंधु तो अपने धर्म (यानी माइक घुसाने वाला धर्म) निभाने निकल पड़े. मंत्री जी से बाइट चाहिए थी. मंत्री जी ने सोचा, दुख जताने वाली बात है, गुस्सा और बिल फाड़ना तो पॉलिटिक्स के पैकेज में फ्री आता है, तो बिचारे बिना होमवर्क किए बिल फाड़ दिए हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू पर — और उनसे इस्तीफ़ा मांग लिया.
अब शायद मंत्री जी ने सोचा था ये कह के लाइमलाइट में आ जाएंगे, मगर जिस तरीके से आए, उन्होंने खुद भी नहीं सोचा होगा. रातों-रात मंत्री जी इंटरनेट पर वायरल हो गए... और मीम पेज वालों के पोस्टर बॉय बन गए.
अगले दिन मंत्री जी ने डैमेज कंट्रोल का फुल मूड बनाया. फिर से पत्रकारों को बुलाया और बोले, “हमें पता है कि पहलगाम जम्मू-कश्मीर में है, लेकिन महबूबा मुफ्ती जिम्मेदारी लेगी नहीं, इसलिए हिमाचल के सुख्खू, पंजाब के भगवंत मान और आसपास के सीएम इस्तीफा दें.”
भाई साहब! बात नहीं पच रही थी लेकिन चलो, मंत्री जी भूगोल में गोल हैं, ये तो हम पहले ही समझ गए थे जब उन्होंने पहलगाम को हिमाचल प्रदेश में शिफ्ट कर दिया था. लेकिन असली कॉमेडी तो तब हुई जब उन्होंने ये भी नहीं समझा कि महबूबा मुफ्ती अब सीएम नहीं हैं. दुनिया आज 6G में जी रही है, हम 5G में, और मंत्री जी आज भी 2017-18 में अटके हुए हैं!
हां, वैसे एक चीज़ के लिए बधाई बनती है — मंत्री जी को कम से कम इतना तो पता है कि जम्मू-कश्मीर अब केंद्र शासित प्रदेश है! इसके लिए एक अदद शाबाशी दी जा सकती है, बाक़ी तो...
अब आते हैं मंत्री जी की पढ़ाई-लिखाई पर
12वीं पास! हां, आपने सही सुना — सुदिव्य कुमार सोनू बस 12वीं तक पढ़े हैं और आज झारखंड के टूरिज़्म मिनिस्टर बने बैठे हैं. सोचिए, जब स्कूल में इतिहास और भूगोल के पेपर में शायद पासिंग मार्क्स भी तुक्के से आए होंगे, तो अब राज्य का टूरिज़्म कैसे पास कराएंगे?
लगता है कि मंत्री बनने के लिए कोई टेस्ट-वेस्ट नहीं होता — बस सही जगह फ़ाइल फेंकनी आनी चाहिए!
राजनीति का पुराना खिलाड़ी, लेकिन GK में जीरो
सुदिव्य कुमार सोनू 1989 में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) से जुड़े थे. तब जब भारत में इंटरनेट भी शायद लोगों के सपनों में होता था. तब से राजनीति में हैं, लेकिन कश्मीर का मौजूदा मुख्यमंत्री कौन है — ये आजतक नहीं पता.
महबूबा मुफ्ती अब मुख्यमंत्री नहीं हैं भाई साहब! उमर अब्दुल्ला हैं! ये बातें अगर मंत्री जी को पता नहीं, तो कम से कम गूगल सर्च कर लेते यार! 2 मिनट लगते हैं.
भ्रमजाल में फंसे मंत्री महोदय
मंत्री जी का बयान ऐसा था जैसे उन्हें खुद टूरिज़्म पैकेज के साथ फ्री में कश्मीर घूमने भेजा गया हो और उन्होंने गाइडबुक भी नहीं पढ़ी. महबूबा मुफ्ती को मौजूदा सीएम बना बैठे, हिमाचल और कश्मीर को एक ही जगह समझ बैठे — और फिर दिल खोलकर बयानबाज़ी कर दी.
सच्चाई तो ये है कि — महबूबा मुफ्ती अब बस ‘पूर्व मुख्यमंत्री’ हैं. और कश्मीर का पूरा सिस्टम अब सीधा केंद्र के हाथ में है. लेकिन मंत्री जी का दिमाग शायद आज भी 2017 के लोकसभा टीवी चैनल में फंसा है.
टूरिज्म मिनिस्टर बनना है तो इतना तो पता होना चाहिए ना भाई?
अगर आप पर्यटन मंत्री हैं, तो आपको देश-दुनिया के पर्यटन स्थलों की बेसिक नॉलेज होनी चाहिए. लेकिन जब आपको हिमाचल और कश्मीर के बीच का फर्क ही नहीं पता, तो फिर टूरिज़्म कैसे प्रमोट करोगे?
अब भाई, अगर हिमाचल के कुल्लू और कश्मीर के गुलमर्ग का फर्क ना पता हो, तो टूरिस्टों को रास्ता कौन दिखाएगा?
ये तो वही बात हो गई — आपसे पूछा जाए कि "इंडिया का पीएम कौन है?" और आप कह दो "राहुल गांधी!"
क्या ऐसा मंत्री झारखंड का पर्यटन चमका सकता है?
मुझे तो लगता है कि सुदिव्य कुमार सोनू को सबसे पहले अपना बेसिक GK सुधारना चाहिए. क्योंकि अगर कश्मीर और हिमाचल के बीच का अंतर भी न समझ पाएं, तो फिर राज्य का टूरिज़्म सिर्फ सोशल मीडिया के मीम पेज तक सीमित रह जाएगा.
आज के टाइम पर जहां हर देश अपने टूरिज़्म सेक्टर से अरबों रुपए कमा रहा है, वहां हमारे पर्यटन मंत्री जी गूगल पर ‘Current CM of Kashmir’ टाइप नहीं कर पाए!
आगे क्या?
अब देखते हैं कि सुदिव्य कुमार सोनू अपनी इस फजीहत से कुछ सीखते हैं या फिर अगले हफ्ते कोई नया भूगोल ज्ञान परोसकर फिर वायरल होते हैं.
मंत्री महोदय, मेरी मानिए,
गूगल से दोस्ती कर लीजिए.
विकीपीडिया से थोड़ा ज्ञान ले लीजिए.
न्यूज पढ़ना शुरू कर दीजिए.
क्योंकि सोशल मीडिया पर मीम बनना आसान है,
लेकिन झारखंड का टूरिज़्म चमकाना... थोड़ा मुश्किल काम है.