'हर घर से हिजबुल्लाह निकलेगा', नसरल्लाह की हत्या के बाद कश्मीरी लड़की का जागा प्रेम, देखें VIDEO
Israel Hezbollah War: हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह के मारे जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर में चुनाव के बीच ही विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इस दौरान 'हर घर से हिजबुल्लाह निकलेगा' जैसे विवादित नारे लगाए गए. कारगिल में इमाम खुमैनी मेमोरियल ट्रस्ट (IKMT) ने एक विरोध मार्च निकाला.

Israel Hezbollah War: जम्मू-कश्मीर हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की हत्या के विरोध में भारी प्रदर्शन निकाले जा रहे हैं, जहां बड़े तो बड़े स्कूली बच्चे भी विवादित नारे लगा रहे हैं. इस दौरान एक कश्मीरी बच्ची का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहती नजर आ रही है कि इजरायल कितने हिजबुल्लाह को मारेगा, हर घर से हिजबुल्लाह निकलेगा.
प्रदर्शन के दौरान बच्ची कहती है, 'आपने एक हिजबुल्लाह चीफ को मारा है. हर घर से हिजबुल्लाह निकलेगा. मैं इजरायल से कह रही हूं. मैं हर उस इंसान से बात कर रही हूं, जो फिलिस्तीन के खिलाफ है. मैं लेबनान के लोगों को भरोसा देना चाहूंगी कि हम आपके साथ हैं. सिया कम्यूनिटी उनके साथ है. हम उनका साथ कभी नहीं छोड़ेंगे. आपको पता नहीं है कि आपने किसको शहीद किया है. अब हर घर से लेबनानियन निकलेगा, हर घर से हिजबुल्लाह निकलेगा. हिजबुल्लाह जिंदाबाद.'
महबूबा मुफ़्ती ने रद्द की रैलियां
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि वह हिज़्बुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद फ़िलिस्तीन और लेबनान के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक दिन के लिए चल रहे जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार नहीं करेंगी. महबूबा ने एक्स पर लिखा, 'लेबनान और गाजा के शहीदों विशेष रूप से हसन नसरुल्लाह के साथ एकजुटता में कल अपना अभियान रद्द कर रही हूं. हम इस दुख और अनुकरणीय प्रतिरोध की घड़ी में फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों के साथ खड़े हैं.'
मौत पर जम्मू-कश्मीर में विरोध प्रदर्शन
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की हत्या के खिलाफ कारगिल में इमाम खुमैनी मेमोरियल ट्रस्ट (IKMT) ने एक विरोध मार्च निकाला. नसरल्लाह की हत्या पर शोक व्यक्त किया जम्मू-कश्मीर अंजुमन-ए-शरी के अध्यक्ष शिया आगा सैयद हसन मोसावी अल सफवी ने कहा, 'चाहे हम हसन नसरल्लाह मौत पर कितना भी शोक मनाएं, यह हमेशा कम ही होगा. शांति होनी चाहिए और यही उनका मिशन था. वह चाहते थे कि फिलिस्तीन फिलिस्तीन के लोगों के लिए स्वतंत्र हो. मैं पूरी मानवता और इस्लामी लोगों से कहना चाहता था कि इससे कुछ असाधारण होगा जिसके लिए उन्होंने अपना जीवन बलिदान कर दिया.'