लगता है यह जानबूझकर किया गया है... IndiGo संकट पर सिविल एविशन मंत्री का बड़ा बयान, CEO की जा सकती है कुर्सी
देश के सबसे बड़े एयरलाइन संकटों में से एक IndiGo अब सरकार और विमानन नियामक DGCA की जांच के दायरे में आ गया है. नागरिक विमानन मंत्री के राम मोहन नायडू ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि केवल एयरलाइन नहीं, बल्कि इसके संचालन और DGCA की जिम्मेदारी भी जांची जाएगी. उन्होंने यात्रियों के असुविधा के लिए माफी मांगी और साफ कहा कि एयरलाइन के खिलाफ कड़े और उचित कदम उठाए जाएंगे, जिनमें सीईओ को हटाना भी शामिल हो सकता है.
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो हाल ही में एक बड़े संकट में फंस गई है, जिसने यात्रियों और प्रशासन दोनों की चिंता बढ़ा दी है. कुछ दिनों पहले दिल्ली-बेंगलुरु और अन्य प्रमुख रूट्स पर फ्लाइट्स में बड़े पैमाने पर कैंसिलेशन और देरी की घटनाएं सामने आईं, जिससे हजारों यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा. इस पूरे मामले ने न केवल एयरलाइन की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि DGCA और सरकार की निगरानी और जवाबदेही पर भी बहस तेज कर दी है.
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अब इस विवाद पर सिविल एविएशन मंत्री के राम मोहन नायडू ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि 'लगता है यह जानबूझकर किया गया है'. मंत्री ने यह भी साफ किया कि अगर जरूरत पड़ी, तो IndiGo के CEO की कुर्सी जा सकती है और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने यात्रियों से माफी मांगी और भरोसा दिलाया कि सरकार इस मामले की पूरी जांच कर रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और यात्रियों के अधिकार सुरक्षित रहें.
मंत्री की सफाई और जिम्मेदारी का दावा
मंत्री से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या उन्हें IndiGo संकट के लिए माफी देनी चाहिए, तो नायडू ने साफ शब्दों में कहा कि 'हां, मैं इस असुविधा के लिए खेद व्यक्त कर रहा हूं.' एक मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि पूरा विमानन सेक्टर बिना रुकावट के काम करे. जब इस तरह की घटनाएं घटती हैं, तो मेरे कंधों पर अतिरिक्त ज़िम्मेदारी आती है. मुझे यह सुनिश्चित करना है कि जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह बनाया जाए और भविष्य में ऐसी चीजें दोबारा न हो. सुरक्षा और यात्रियों के अधिकारों को केवल बनाए रखना ही नहीं, बल्कि उन्हें और अधिक मजबूत करना भी हमारी प्राथमिकता है.
क्या IndiGo ने जानबूझकर ऐसा किया?
दरअसल मंत्री से सवाल किया गया कि क्या यह सबकुछ जानबूझकर किया गया, तो इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि 'ऐसा लगता है कि इस मामले में कुछ जानबूझकर किया गया है. एयरलाइन के संचालन और नियंत्रण के तरीके को देखकर यह स्थिति पैदा नहीं होनी चाहिए थी. यह घटना क्यों और किस समय हुई, इसकी पूरी तरह जांच की जा रही है. जांच के बाद आवश्यकतानुसार सख्त और उचित कदम उठाए जाएंगे.'
सीईओ पर कार्रवाई का संकेत
इस दौरान के राम मोहन नायडू से सीईओ को हटाने पर सवाल किया गया, जिस पर उन्होंने कहा कि 'अगर परिस्थिति ऐसी बनी तो इसे जरूर लागू किया जाएगा. उपलब्ध सभी दंडात्मक प्रावधानों का पूरी तरह उपयोग किया जाएगा. पिछले सात दिनों से मैं लगातार समीक्षा बैठकें कर रहा हूं और पर्याप्त नींद नहीं ले पाया हूं. मेरा पूरा ध्यान यात्रियों की समस्याओं और उनकी राहत सुनिश्चित करने पर केंद्रित है.'
DGCA की भूमिका की जांच
DGCA के स्टाफ और उसके संचालन की आलोचना पर मंत्री ने कहा कि जांच के दौरान नियामक की जिम्मेदारी और कार्यप्रणाली की भी पूरी तरह समीक्षा की जाएगी. उन्होंने बताया कि जो भी अपराधात्मक जिम्मेदारी कानून और नियमों के तहत बनती है, उसे यात्रियों द्वारा झेली गई असुविधा और पीड़ा को ध्यान में रखते हुए लागू किया जाएगा.





