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ISI ने क्यों बढ़ा दी आर्मी चीफ द्विवेदी की टेंशन? बांग्लादेश से नजदीकी बढ़ा क्या प्लान कर रहा पाकिस्तान!

शेख हसीना को सत्ता से बाहर किए जाने के बाद जिस तरह से पाकिस्‍तान के साथ बांग्‍लादेश के संबंध दिख रहे हैं, भारत का चिंतित होना लाजमी है. हाल ही में पाकिस्‍तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी के एजेंट बांग्‍लादेश में भारत की सीमा से सटे संवेदनशील इलाकों में नजर आए थे, जिसे लेकर सेना प्रमुख ने चिंता जताई है.

ISI ने क्यों बढ़ा दी आर्मी चीफ द्विवेदी की टेंशन? बांग्लादेश से नजदीकी बढ़ा क्या प्लान कर रहा पाकिस्तान!
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प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 21 Feb 2025 2:01 PM IST

अगस्‍त 2024 में बांग्‍लादेश की सत्ता से शेख हसीना को बेदखल किए जाने के बाद से भारत के साथ उसके संबंध तनावपूर्ण चल रहे हैं. लेकिन तभी से पाकिस्‍तान के साथ उसकी गलबहिंया तेजी से बढ़ी हैं. 1971 में बांग्‍लादेश के बनने के बाद से पाकिस्‍तान के साथ उसके संबंध शायद ही सही रहे हों, लेकिन शेख हसीना के जाने के बाद न केवल दोनों देशों में व्‍यापार बहाल हुआ बल्कि सैन्‍य स्‍तर पर भी संबंध अच्‍छे हो रहे हैं.

यहां तक कि बांग्‍लादेश के सेना के उच्‍च अधिकारी पाकिस्‍तान का दौर कर चुके हैं तो वहीं पाकिस्‍तानी सेना बांग्‍लादेश के अधिकारियों को ट्रेनिंग भी देने जा रही है. इस बीच पाकिस्‍तानी सेना के अधिकारी और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लोग भी बांग्‍लादेश का लगातार दौरा कर रहे हैं, जिसे लेकर भारत में सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने गंभीर चिंता जताई है.

चिकन नेक के करीब पहुंची पाकिस्‍तानी सेना

पाकिस्‍तान और भारत के संबंध आजादी के बाद से ही तनावपूर्ण रहे हैं. और यह सभी जानते हैं कि वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में गड़बड़ी फैलाने का कोई मौका नहीं छोड़ती. फिर चाहे पंजाब और कश्‍मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देना हो या फिर देश के विभिन्‍न हिस्‍सों में सांप्रदायिक तनाव फैलाना. लेकिन इस बार हालात थोड़े अलग हैं. इस बार पाकिस्‍तानी सेना और आईएसआई के अधिकारियों ने बांग्‍लादेश के उन इलाकों का दौरा किया है जो भारत के चिकन नेक के नाम से मशहूर सिलीगुड़ी कॉरिडोर के करीब हैं. इसे लेकर भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि वह भारत के चिकन नेक क्षेत्र के पास बांग्लादेशी इलाकों में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अधिकारियों की मौजूदगी को लेकर चिंतित हैं.

उनका चिंतित होना लाजमी भी है क्‍योंकि चिकन नेक को भारत की कमजोर कड़ी माना जाता है और उसे लेकर पहले भी धमकियां मिलती रही हैं.

क्या है चिकन नेक?

भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों को शेष भारत से जोड़ने वाले एक संकरे गलियारे को चिकन नेक कहा जाता है. यह सिलीगुड़ी कॉरिडोर के नाम से भी जाना जाता है. यह पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी क्षेत्र में स्थित है और बांग्लादेश, नेपाल, और भूटान की सीमाओं से घिरा हुआ है. चिकन नेक की लंबाई करीब 60 किलोमीटर है और चौड़ाई केवल 20-22 किलोमीटर के आसपास है. यह इकलौता ऐसा इलाका है जो भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा को भारत की मुख्य भूमि से जोड़ता है. इस क्षेत्र में चीन और बांग्लादेश का रणनीतिक प्रभाव भारत के लिए हमेशा ही चिंता का विषय रहा है क्‍योंकि अगर कभी किसी वजह से यह गलियारा ब्‍लॉक हो गया तो पूर्वोत्तर के राज्‍यों में सड़क से पहुंचना मुमकिन नहीं रह जाएगा.

अब बात करते हैं बांग्‍लादेश में आईएसआई की मौजूदगी से सेना प्रमुख के चिंतित होने पर.

पड़ोस में हो दुश्‍मन तो चिंता करना तो बनता है

सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने हाल ही में एक न्‍यूज एजेंसी से बात करते हुए का बांग्‍लादेश को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत विरोधी तत्व उस धरती का इस्तेमाल भारत में आतंकवादी भेजने के लिए न कर पाएं. पाकिस्‍तानी आर्मी और आईएसआई के अधिकारयों के दौरे से चिंतित होने के सवाल पर सेना प्रमख ने कहा हां में जवाब दिया. जनरल द्विवेदी ने कहा, "मैंने आतंकवाद के केंद्र शब्द का इस्तेमाल एक खास देश (पाकिस्तान) के लिए किया था. अब अगर वो लोग किसी और जगह जाते हैं और वह हमारा पड़ोसी है, तो जहां तक ​​मेरा सवाल है, मुझे इस बारे में चिंतित होना चाहिए. मेरी चिंता बस इस बात की है कि उन्हें उस धरती का इस्तेमाल भारत में आतंकवादी भेजने के लिए नहीं करना चाहिए."

बांग्‍लादेश सरकार का तो पता नहीं, वहां की सेना से अच्‍छे संबंध

बांग्‍लादेश की मौजूदा सरकार के साथ संबंधों पर उन्‍होंने कहा कि "जहां तक ​​दूसरे सेटअप का सवाल है कि प्रशासन कैसा है, मेरा रुख यह है कि जब हमारे पास चुनी हुई सरकार होगी, तब हम कह सकते हैं कि हमारे संबंध कैसे होने चाहिए." हालांकि, उन्‍होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ सैन्य संबंध बहुत मजबूत हैं. उन्होंने कहा, "जहां तक ​​सैन्य संबंधों का सवाल है तो यह बहुत मजबूत हैं. और हम जब चाहें, नोट्स का आदान-प्रदान कर सकते हैं और हम यही कर रहे हैं."

पाकिस्‍तान से जुड़े सवाल पर सेना प्रमुख मुस्‍कुरा उठे. उनसे पूछा गया था कि पाकिस्‍तान को अब समझ आ गया है कि कश्‍मीर भारत का हिस्‍सा है, तो उन्‍होंने मुस्‍कुराते हुए फिल्‍म गाइड का उदाहरण देते हुए कहा कि 'उसमें एक पागल आदमी था जो कहता था कि जब तक बारिश नहीं होगी तब तक मैं नहीं खाउंगा.'

पाकिस्‍तान के एजेंडा में केवल कश्‍मीर नहीं

जनरल द्विवेदी ने आगे कहा कि पाकिस्तान का एजेंडा सिर्फ़ कश्मीर तक सीमित नहीं है और वे सिर्फ़ भारत विरोधी रुख़ को हवा दे रहे हैं. उन्होंने कहा,

"इसलिए, जहां तक उनका सवाल है, भारत का विचार उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है. यह सिर्फ़ कश्मीर तक सीमित नहीं है. इसलिए पाकिस्तान को साथ रखने के लिए आपके पास एक साझा एजेंडा होना चाहिए जो आपको साथ रख सके. क्या भाषा एक जैसी है? क्या लोग एक जैसे हैं? क्या एक जैसा है? सिर्फ़ भारत विरोधी रुख़. इसलिए, कश्मीर, वे हर समय इसे तूल देते रहेंगे."

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