क्या मोटापा बढ़ा रहा नेताओं की टेंशन! PM मोदी को मांगनी पड़ी इन सेलिब्रिटीज से मदद
पीएम मोदी ने सोमवार को मोटापे के खिलाफ कैंपन शुरू किया. उन्होंने इसके लिए अलग- अलग इलाके में 10 प्रमुख हस्तियों को नॉमिनेट किया. जिसके बाद उमर अब्दुला का बयान सामने आया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मोटापे के खिलाफ एक राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की. इस पहल के तहत उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों की 10 प्रमुख हस्तियों को नामांकित किया है, जिनमें शामिल हैं- जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, उद्योगपति आनंद महिंद्रा, अभिनेता मोहनलाल और आर. माधवन, गायिका श्रेया घोषाल, भोजपुरी अभिनेता और सांसद निरहुआ, शूटर मनु भाकर,भारोत्तोलक मीराबाई चानू, इन्फोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि,सामाजिक कार्यकर्ता और सांसद सुधा मूर्ति, प्रधानमंत्री मोदी ने 23 फरवरी को 'मन की बात' कार्यक्रम में इस अभियान की घोषणा की थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हालिया मोटापा विरोधी अभियान में फिल्म उद्योग से कुछ प्रसिद्ध हस्तियों को शामिल करने का आह्वान किया है। उन्होंने भारत में बढ़ते मोटापे पर चिंता व्यक्त करते हुए लोगों से तेल की खपत कम करने की अपील की है. प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा. जैसा कि कल के मन की बात में बताया गया था, मैं मोटापे के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने और भोजन में खाद्य तेल की खपत कम करने के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करने के लिए कुछ लोगों को नामित करना चाहूंगा. उन्होंने बॉलीवुड सितारों से इस अभियान का समर्थन करने और इसे जन-जन तक पहुंचाने का अनुरोध किया.
क्या बोलो उमर अब्दुला?
इस बीच जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री पीएम मोदी द्वारा मोटापे के खिलाफ अभियान के लिए उन्हें नामांकित करने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि,'मोटापा एक जीवनशैली से जुड़ी बीमारी मानी जाती है जो बढ़ती जा रही है. आमतौर पर इसे कंट्रोल किया जा सकता है. प्रधानमंत्री ने मोटापे के खिलाफ एक अभियान शुरू किया और इसे आगे बढ़ाने के लिए मुझे भी इसमें शामिल किया. मैंने इस अभियान में 10 और लोगों को जोड़ा है. उम्मीद करता हूं कि इससे जोड़- जोड़ कर लोगों को जागरुक करें और सभी को इसकी जानकारी हो.
मन की बात मोटापे को लेकर क्या बोले थे मोदी?
पीएम मोदी ने 23 फरवरी को मन की बात 119वें एपिसोड में हेल्थ का जिक्र करते हुए कहा कि, 'एक फिट और स्वस्थ भारत बनने के लिए हमें ओबेसिटी (मोटापा) की समस्या से निपटना ही होगा. एक स्टडी के मुताबिक, आज हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे की समस्या से परेशान है. बीते सालों में मोटापे के मामले दोगुने हो गए हैं, लेकिन इससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि बच्चों में भी मोटापे की समस्या चार गुना बढ़ गई है. इसलिए, आप तय कर लीजिए कि हर महीने 10% कम तेल उपयोग करेंगे. ये मोटापा कम करने की दिशा में एक अहम कदम होगा.'