जब कुवैत में चलता था भारत का रुपया... PM मोदी के खाड़ी देश में यात्रा का क्या है एजेंडा?
PM Modi visit to Kuwait: अपनी यात्रा के दौरान मोदी कुवैत के क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री सहित शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर कई मुद्दों पर बात करने वाले हैं. इसमें व्यापार से लेकर इवेस्टमेंट के रास्ते खुलने की उम्मीद है.

PM Modi visit to Kuwait: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 21 दिसंबर से कुवैत की दो दिवसीय ऐतिहासिक यात्रा पर हैं. यह चार दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस खाड़ी देश की पहली यात्रा है. इंदिरा गांधी 43 साल पहले 1981 में कुवैत की यात्रा करने वाली आखिरी भारतीय प्रधानमंत्री थीं.
पीएम मोदी इस दोरान अरब खाड़ी कप के उद्घाटन समारोह के दौरान कुवैत के महामहिम अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल सबाह से मुलाकात की और वह वहां रह रहे भारतीयों से भी मिले. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत आज इंटरनेट ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स की अहम कड़ी बन रही है.
कुवैत में एक समय चलता था भारतीय रुपया
PM मोदी ने कहा, 'हम अनादि काल से एक-दूसरे के साथ व्यापार करते आ रहे हैं. फैलाका द्वीप में हुई खोजें हमारे साझा अतीत की कहानी बयां करती हैं. भारतीय रुपया 1961 तक एक सदी से भी अधिक समय तक कुवैत में वैध मुद्रा था. यह दर्शाता है कि हमारी अर्थव्यवस्थाएं कितनी घनिष्ठता थी.'
आपको बता दें कि न्यू इंडिया एश्योरेंस कंपनी 1953 से कुवैत में मौजूद है और मोटर वाहन, वाणिज्यिक संपत्ति, घर और सामग्री के साथ-साथ निर्माण और इंजीनियरिंग बीमा को लेकर व्यापार होता था. ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी ने 1959 में कुवैत में परिचालन शुरू किया और यह निजी और कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए मोटर, समुद्री और सामान्य बीमा कवर की सेवाएं देती थी.
कई मुद्दों पर बात बनने की है उम्मीद
प्रधानमंत्री अमीर शेख मेशल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह के निमंत्रण पर कुवैत का दौरा कर रहे हैं. अपनी यात्रा के दौरान मोदी क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री सहित कुवैत के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के साथ-साथ वहां होने वाले बैठकों से व्यापार, निवेश, ऊर्जा, संस्कृति और सामुदायिक संबंधों जैसे कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की उम्मीद है.
इनवेस्टमेंट और व्यपार के खुलेंगे रास्ते
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह यात्रा दोनों देशों के लोगों के बीच विशेष संबंधों और दोस्ती के बंधन को और मजबूत करेगी. विदेश मंत्रालय के सचिव (सीपीवी और ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों पर कहा, 'यह न केवल मौजूदा क्षेत्रों में साझेदारी को मजबूत करेगा बल्कि भविष्य के सहयोग के लिए नए रास्ते भी खोलेगा, हमारे साझा मूल्यों को मजबूत करेगा और भविष्य के लिए एक अधिक मजबूत और गतिशील साझेदारी का निर्माण करेगा.'
खाड़ी देशों से मजबूत होगा संबंध
पीएम मोदी की यात्रा से भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) के बीच संबंधों को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है, जिसकी अध्यक्षता वर्तमान में कुवैत करता है. भारत के संयुक्त अरब अमीरात (UAE), बहरीन, सऊदी अरब, ओमान और कतर जैसे अन्य जीसीसी सदस्य देशों के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध हैं.