पहलगाम हमले के बाद ही PM Modi ने सेट कर दिए थे ये 5 टारगेट, BJP नेता ने बता दी अंदर की बात
India-Pakistan Tension: पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद देश गुस्से में था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले का बदला लेने का संकल्प लिया और कार्रवाई के लिए पाकिस्तान में छिपे आतंकियों को निशाना बनाने की रणनीति तैयार की. बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने खुलासा किया कि पीएम मोदी ने हमले के तुरंत बाद 5 टारगेट तय किए थे. भारतीय सेना ने इन टारगेट पर फोकस करते हुए दुश्मन को ऐसा जवाब दिया जो उसकी कल्पना से परे था और जिसे वह हमेशा याद रखेगा.

India-Pakistan Tension: पहलगाम हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत के बाद से ही पूरा देश गुस्से में था... इधर देश बदले की बात कर रहा था और उधर पीएम नरेंद्र मोदी दुश्मनों के लिए टारगेट सेट करने में लगे थे. पीएम मोदी ने देश से वादा किया था कि वह पहलगाम में 26 लोगों की मौत का बदला लेंगे. इसमें पाकिस्तान का लिंक देखते हुए... अपने आका के पास पल रहे आतंकवादियों को मौत के घाट उतारने शपथ पीएम मोदी ने ले ली थी. पीएम मोदी के टारगेट का खुलासा बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने किया है.
संबित पात्रा ने कहा कि पीएम मोदी ने पहलगाम हमले का बदला लेने का वादा किया था जो दुश्मन की कल्पना से परे होगा. उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने अपना वादा पूरा किया और अतीत में सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद पाकिस्तान यह अनुमान नहीं लगा सका कि उस पर कब हमला होगा? लेकिन भारत ने उसे ऐसा जवाब दिया है कि वह जिंदगी भर याद रखेगा. इस दौरान संबित पात्रा ने अंदर की बात बताते हुए कहा कि हमले के बाद ही पीएम मोदी ने पाकिस्कान के काल के लिए टारगेट सेट कर दिए थे.
पहलगाम हमले के बाद PM Modi के 5 टारगेट:
- दुश्मन के इलाके में अंदर तक जाकर हमला करना.
- आतंकियों के कैंप का पता लगाना और पहुंचना.
- आतंकियों के कैंप को पूरी तरह से खत्म करना.
- इसमें किसी भी निर्दोष नागरिक को नुकसान न पहुंचे
- किसी भी सैन्य ढांचे पर हमला न किया जाए.
भारत ने पहलगाम के कातिलों को सिखाया सबक
पीएम मोदी के दिए टारगेट को लेकर भारत ने साबित कर दिया है कि जब देश की सुरक्षा की बात आती है, तो वह दुश्मन को घर में घुसकर मारने में संकोच नहीं करता. 7 मई को भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी संगठनों के खिलाफ एक सटीक और घातक हवाई हमला किया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे कुख्यात संगठनों के 9 बड़े आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया.
सटीक खुफिया जानकारी और सैन्य तालमेल से मिली कामयाबी
इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना, थल सेना और खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतरीन तालमेल देखने को मिला. आधुनिक ड्रोन, सैटेलाइट इंटेलिजेंस और अत्याधुनिक मिसाइल सिस्टम की मदद से भारत ने इन ठिकानों को बेहद सटीकता के साथ निशाना बनाया.
कई आतंक के केंद्र भारत ने किए तबाह
इस ऑपरेशन की सबसे बड़ी कामयाबी रही मुरीदके और बहावलपुर स्थित आतंकी कैंप को तबाह करना.
मुरीदके, लश्कर-ए-तैयबा का गढ़ माना जाता है, जहां संगठन के प्रमुख कमांडर रहते हैं और यही से कट्टरपंथी ट्रेनिंग, हथियार चलाने की शिक्षा और खुफिया रणनीति की कक्षाएं संचालित होती हैं.
बहावलपुर, जैश-ए-मोहम्मद का मजबूत गढ़ है, जिसे मौलाना मसूद अजहर का मुख्यालय माना जाता है.
इन दोनों ठिकानों के ध्वस्त होने से भारत ने न केवल आतंक के ढांचे को हिलाकर रख दिया, बल्कि पाकिस्तान को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर कटघरे में खड़ा कर दिया है.
मारा गया IC-814 कांड का साजिशकर्ता रऊफ अजहर
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एक और बड़ी सफलता भारत को तब मिली जब जैश प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का साला और मोस्ट वांटेड आतंकी रऊफ अजहर मारा गया.
रऊफ अजहर साल 1999 में काठमांडू से दिल्ली आ रही इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट IC-814 के अपहरण की साजिश में शामिल था और तब से भारत को उसकी तलाश थी.
रऊफ न केवल जैश का वरिष्ठ कमांडर था, बल्कि आतंकी रणनीति, विदेशी फंडिंग और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की गतिविधियों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था.