हैदराबाद के मशहूर बिजनेसमैन को क्यों उतारा गया मौत के घाट? पोते ने ही 70 बार घोंपा चाकू
हैदराबाद के मशहूर बिजनेसमैन वेलमती चंद्रशेखर जनार्दन राव की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई. वे वेलजन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के फाउंडर थे. बताया जाता है कि उनकी हत्या उनके पोते ने ही की थी. वह कुछ ही दिन पहले विदेश से मास्टर की डिग्री पूरी कर हैदराबाद लौटा था. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी पोते को गिरफ्तार कर लिया है.

Velamati Chandrasekhara Janardhana Rao: हैदराबाद से एक सनसनीखेज खबर सामने आ रही है. यहां एक मशहूर बिजनेसमैन की घर पर बेरहमी से चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई. उन पर 70 बार चाकू से हमला किया गया. पुलिस ने उनके पोते किलारू कीर्ति तेजा को गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू बरामद कर लिया.
जिस बिजनेसमैन की हत्या की गई, उनका नाम वेलमती चंद्रशेखर जनार्दन राव था. वे 80 साल के थे. वे वेलजन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के संस्थापक थे. बताया जाता है कि हत्या की वजह संपत्ति विवाद है, जिसे लेकर तेजा ने राव से झगड़ा किया और उन पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे उनकी मौत हो गई. तेजा ने अपनी मां को भी चाकू मारा है. फिलहाल, वह अस्पताल में भर्ती हैं.
6 फरवरी का मामला
पंजागुट्टी पुलिस इंस्पेक्टर बी शोभन के मुताबिक, 6 फरवरी को तेजा का राव के साथ झगड़ा हुआ था. उसने राव पर आरोप लगाया था कि वे अपनी संपत्ति परिवार के सदस्यों के बीच नहीं बांट रहे हैं. तेजा ने इस दौरान गुस्से में आकर राव पर हमला कर दिया और करीब 70 बार चाकू घोंपकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद वह अपने खून से सने कपड़े बदले और घर से चला गया.
तेजा को पंजागुट्टा फ्लाईओवर के पास से किया गया गिरफ्तार
पुलिस ने कहा कि तेजा को पंजागुट्टा फ्लाईओवर के पास से गिरफ्तार किया गया. वह हाल ही में, अमेरिका से मास्टर डिग्री पूरी कर हैदराबाद लौटा था. तेजा लैंको हिल्स में रहता था. वह राव के खिलाफ रंजिश रखता था, क्योंकि उसे लगता था कि उसके साथ भेदभाव किया जा रहा है.
मां पर भी किया हमला
पुलिस के मुताबिक, हत्या के दिन तेजा शाम को अपनी मां के साथ राव के घर पहुंचा था. उसने अपने बेटे को रोकने की कोशिश की थी, लेकिन आरोपी ने उस पर भी हमला कर दिया. उसने ही जुबली हिल्स में रहने वाले राव को हत्या के बारे में अलर्ट किया था. राव की तीन बेटियां और एक बेटा है. उनकी कंपनी वेलजन की स्थापना 1965 में हुई.