कहानी दो बेटियों की, जिन्होंने मां के शव के साथ बिताए 9 दिन; वजह उड़ा देगी होश
हैदराबाद से यह घटना शुक्रवार को तब सामने आई जब पड़ोसियों को घर से दुर्गंध आई और उन्होंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने दोनों बेटियों को रेस्क्यू किया और उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जबकि उनकी मां के क्षत-विक्षत शव को शव मेडिकल टेस्ट के लिए गांधी अस्पताल के मॉर्चरी में भेज दिया गया.

इसमें कोई दो राय नहीं है कि एक मां की कमी को कभी कोई पूरा नहीं कर सकता है. खासकर तब जब उस ममतामई मां का अचानक निधन हो जाए. कुछ ऐसा ही हुआ है गुजरात के बौद्ध नगर में जहां एक मां के निधन से उसकी दो बेटियों को इतना गहरा सदमा पहुंचा की वह 9 दिनों तक अपनी मां के शव के साथ रहती रही. सिर्फ इतना ही नहीं दोनों बेटियों ने आत्महत्या करने की भी कोशिश की.
हैदराबाद से एक दिल दहला देने वाली घटना में, दो बेटियां, जिन्होंने एक हफ्ते पहले अपनी मां को खो दिया था, हैदराबाद के बौद्ध नगर इलाके में अपने आवास पर नौ दिनों तक उनके शव के साथ रह रही थी. मृतक की पहचान 45 वर्षीय श्री ललिता के रूप में हुई, जो अपनी बेटियों 25 वर्षीय रावलिका और 22 वर्षीय अश्विता के साथ वारसीगुडा में किराए के मकान में रहती थी.
नहीं छोड़ा मां का साथ
नौ दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मां की मृत्यु हो गई, जिससे दोनों बेटियां टूट गईं, जिससे वे ऐसी स्थिति में आ गईं कि वे लगातार आठ दिनों तक घर से बाहर नहीं निकलीं और न ही अपनी मां का साथ छोड़ा. दोनों बेटियों ने मां निधन के गम में अपनी कलाइयां काटकर आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने का प्रयास किया. घटना शुक्रवार को तब सामने आई जब पड़ोसियों को घर से दुर्गंध आई और उन्होंने पुलिस को सूचना दी.
मां के निधन से डिप्रेशन में थी मृतक
पुलिस ने दोनों बेटियों को रेस्क्यू किया और उन्हें पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जबकि उनकी मां के क्षत-विक्षत शव को शव मेडिकल टेस्ट के लिए गांधी अस्पताल के मॉर्चरी में भेज दिया गया. पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर संदिग्ध मौत का मामला दर्ज किया और मामले की जांच कर रही है. स्थानीय लोगों ने पुलिस को बताया कि ललिता अपने पति राजू से अलग होने के बाद अपनी मां के साथ रहती थी, जिनकी कुछ दिन पहले ही मौत हो गई थी. उन्होंने बताया कि मृतक ललिता भी अपनी मां की मौत के कारण डिप्रेशन में थी.