शंघाई में दुनिया के सबसे ज्यादा अरबपति, मुंबई को पछाड़ कैसे बना नंबर वन?
हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 के अनुसार, शंघाई अब एशिया का अरबपति हब बन गया है, जिसने मुंबई को पीछे छोड़ दिया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, शंघाई में अब 92 अरबपति हैं, जबकि मुंबई में 90 अरबपति हैं. वहीं, टेस्ला के सीईओ एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर आदमी हैं. उनके बाद जेफ बेजोस और मार्क जुकरबर्ग का नंबर आता है. आइए, जानते हैं कि आखिर मुंबई को पछाड़ शंघाई कैसे बना एशिया के अरबपतियों का हब...

Hurun Global Rich List 2025: हाल ही में जारी हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 के अनुसार, चीन का शहर शंघाई एशिया में अरबपतियों की राजधानी बन गया है, जिसने मुंबई को पीछे छोड़ दिया है. शंघाई में अब 92 अरबपति हैं, जबकि मुंबई में 90 अरबपति हैं.
मुंबई, जो पहले एशिया में शीर्ष स्थान पर था, अब तीसरे स्थान पर आ गया है. बीजिंग 91 अरबपतियों के साथ दूसरे स्थान पर है. यह परिवर्तन मुख्य रूप से शंघाई में नए अरबपतियों की वृद्धि और मुंबई में अपेक्षाकृत धीमी वृद्धि के कारण हुआ है.
भारत में कितने अरबपति हैं?
भारत में कुल 284 अरबपति हैं, जो पिछले साल के 271 से 13 ज्यादा है. यह संयुक्त राज्य अमेरिका (870) और चीन (823) के बाद दुनिया में तीसरे नंबर पर है. मुंबई 90 अरबपतियों के साथ भारत की अरबपति राजधानी बना हुआ है. हालांकि, शंघाई की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और व्यापारिक अवसरों ने उसे एशिया में शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया है.
मुंबई या शंघाई, कहां के अरबपतियों के पास हैं ज्यादा संपत्ति?
मुंबई के अरबपतियों की कुल संपत्ति 445 अरब डॉलर है, जो पिछले साल की तुलना में 47% अधिक है. इसके विपरीत, बीजिंग के अरबपतियों की कुल संपत्ति 265 अरब डॉलर है, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 28% की कमी आई है. यह दर्शाता है कि मुंबई की आर्थिक शक्ति बढ़ रही है, लेकिन शंघाई की वृद्धि दर उसे पीछे छोड़ रही है.
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि शंघाई की आर्थिक प्रगति और नए व्यापारिक अवसरों ने उसे एशिया में अरबपतियों की नई राजधानी बना दिया है, जबकि मुंबई को अब इस प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए नए रणनीतिक कदम उठाने की आवश्यकता है.
मुंबई से कैसे आगे निकला शंघाई?
- तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था: शंघाई चीन का प्रमुख आर्थिक और वित्तीय केंद्र है. सरकार की व्यापार समर्थक नीतियों और निवेश योजनाओं ने शंघाई को एक ग्लोबल बिजनेस हब बना दिया है.
- निवेश और टेक्नोलॉजी का केंद्र: शंघाई में दुनिया की कई शीर्ष टेक कंपनियों और स्टार्टअप्स का मुख्यालय है. यह चीन की स्मार्ट सिटी रणनीति का अहम हिस्सा है, जहां अरबपति तेजी से उभर रहे हैं.
- रियल एस्टेट और इंफ्रास्ट्रक्चर में उछाल: शंघाई में ऊंची अचल संपत्ति कीमतें और बढ़ता व्यापारिक माहौल इसे वैश्विक अमीरों के लिए आकर्षक बनाते हैं. बड़े पैमाने पर सरकारी निवेश के कारण यह शहर आर्थिक रूप से और भी मजबूत हो गया है.
- मुंबई की धीमी ग्रोथ: मुंबई अभी भी भारत का वित्तीय केंद्र है, लेकिन बुनियादी ढांचे की समस्याएं, भारी ट्रैफिक और नौकरशाही अड़चनें इसकी प्रगति को धीमा कर रही हैं. नए उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल माहौल की कमी ने भी मुंबई को थोड़ी चुनौती दी है।
क्या मुंबई फिर से नंबर वन बन सकता है?
मुंबई अभी भी एशिया में एक आर्थिक महाशक्ति है, और यह जल्द ही शंघाई को फिर से टक्कर दे सकता है। भारत में तेजी से बढ़ते स्टार्टअप्स, मजबूत शेयर बाजार और वैश्विक निवेश से मुंबई की स्थिति मजबूत हो रही है. शंघाई ने स्मार्ट नीतियों, तकनीकी विकास, और वैश्विक निवेश के दम पर मुंबई को पीछे छोड़ दिया है. हालांकि, अगर भारत व्यापारिक सुधारों और बुनियादी ढांचे पर ध्यान केंद्रित करे, तो मुंबई फिर से शीर्ष स्थान हासिल कर सकता है.
कब जारी हुई हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025?
हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 को हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने 27 मार्च 2025 को जारी किया. यह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की रैंकिंग को दर्शाती है. यह लिस्ट 15 जननवरी 2025 तक की संपत्ति के आंकड़ों पर आधारित है. यह इसका 14वां संस्करण है.
दुनिया का सबसे अमीर आदमी कौन है?
एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बने, जिनकी संपत्ति 420 बिलियन डॉलर यानी लगभग 35 लाख करोड़ रुपये) है. टेस्ला के शेयरों में उछाल, खासकर डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद, इसका मुख्य कारण रहा. टॉप -10 की लिस्ट में दूसरे नंबर पर जेफ बेजोस ($266 बिलियन) और तीसरे नंबर पर मार्क जुकरबर्ग ($242 बिलियन) हैं. भारत का कोई भी अरबपति टॉप-10 में नहीं है.
दुनिया में कुल कितने अरबपति हैं?
दुनियाभर में अरबपतियों की संख्या 5% बढ़कर 3,442 हो गई, जो पिछले साल की 3,279 से अधिक है. उनकी कुल संपत्ति 13% बढ़कर 15 ट्रिलियन डॉलर हो गई है.
भारत का सबसे अमीर व्यक्ति कौन है?
मुकेश अंबानी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. उनकी संपत्ति 8.6 लाख करोड़ है. वे लिस्ट में 17वें नंबर पर हैं. पिछली की तुलना में उनकी संपत्ति में 1 लाख करोड़ की कमी आई है.
वैश्विक ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 के मायने
वैश्विक स्तर पर AI और तकनीक से जुड़े उद्यमियों की संपत्ति में भारी वृद्धि हुई. भारत में भी फिनटेक और हेल्थटेक जैसे क्षेत्रों से नई प्रतिभाएं सामने आईं. वहीं, भारत में महिलाओं की संख्या बढ़ी है, जिसमें रोशनी नादर एक प्रमुख उदाहरण हैं. उनकी कुल संपत्ति 3.5 लाख करोड़ हैं. वे दुनिया की पांचवीं सबसे अमीर महिला हैं. वे महिला अरबपतियों की लिस्ट में टॉप-10 में शामिल हैं. भारत के अरबपतियों की कुल संपत्ति देश की जीडीपी के एक बड़े हिस्से को दर्शाती है, जो इसकी बढ़ती आर्थिक ताकत को दिखाता है।