विपक्षी को भी देते हैं सम्मान... शरद पवार को कुर्सी और पानी देने पर लोगों ने की पीएम की तारीफ | Video
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में वरिष्ठ नेता शरद पवार के प्रति सम्मान प्रकट किया. उन्होंने न सिर्फ पवार को सहारा देकर बैठाया, बल्कि पानी भी परोसा. इस घटना का वीडियो वायरल हो गया और लोगों ने पीएम मोदी की सादगी की सराहना की. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे.

पीएम मोदी विपक्षी नेताओं के खिलाफ कितने भी आक्रामक हों, लेकिन वह यह नहीं भूलते कि कब और कैसे सम्मान देना है. यही हमारे लोकतंत्र की खूबसूरती है. इस बात का एक और उदाहरण तब देखने को मिला जब पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता शरद पवार के बैठने के लिए कुर्सी खींची और फिर एक गिलास पानी भरकर उनकी ओर बढ़ाया. यह अवसर था 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का, जहां पीएम मोदी के इस व्यवहार ने लोगों का दिल जीत लिया.
प्रधानमंत्री मोदी अपने काम और व्यवहार की वजह से हमेशा चर्चा में रहते हैं. उनकी उदारता के कई उदाहरण देखने को मिलते हैं. इसी तरह, दिल्ली में आयोजित इस मराठी साहित्य सम्मेलन में जब एनसीपी प्रमुख शरद पवार मंच की ओर बढ़े, तो पीएम मोदी ने उनका हाथ पकड़कर उन्हें कुर्सी तक ले जाने में मदद की. इस सम्मानजनक व्यवहार को देख वहां मौजूद दर्शकों ने तालियों से स्वागत किया.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग पीएम मोदी की जमकर सराहना कर रहे हैं. वीडियो में साफ दिख रहा है कि पीएम मोदी ने पहले शरद पवार का सहारा बनकर उन्हें कुर्सी तक पहुंचाया और फिर खुद पानी निकालकर उन्हें पीने के लिए दिया. हालांकि, शरद पवार ने पानी पीने से इनकार कर दिया और गिलास किनारे रख दिया. इस कार्यक्रम में शरद पवार के अलावा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे.
लोगों ने की तारीफ
वीडियो में लोगों ने पीएम मोदी की तारीफ की. संतोष नाम के यूजर ने लिखा, "पीएम मोदी के लिए सम्मान, विपक्ष के हमलों के बावजूद जहां भी जरूरत होती है वह मान-सम्मान देने से नहीं चूकते." वहीं, हंटर नामक यूजर ने लिखा, "शरद पवार एक 'ईमानदार' नेता हैं, इसलिए मोदीजी उनको बगल में बैठाते हैं."
पीएम ने की मराठी भाषा की तारीफ
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने मराठी भाषा की समृद्धि और महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की धरती पर मराठी भाषा के इस गौरवशाली आयोजन का साक्षी बनने का अवसर मिला है. अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन केवल एक भाषा या राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें स्वतंत्रता संग्राम की सुगंध और महाराष्ट्र तथा राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत समाहित है.
पीएम मोदी ने मराठी भाषा की प्रशंसा करते हुए कहा, "मराठी भाषा अमृत से भी अधिक मधुर है. इसलिए मेरा मराठी भाषा और संस्कृति के प्रति प्रेम जगजाहिर है. हमें इस पर गर्व करना चाहिए कि महाराष्ट्र की धरती पर ही 100 वर्ष पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नींव रखी गई थी, जो आज एक विशाल वटवृक्ष का रूप लेकर अपनी शताब्दी मना रहा है. संघ ने भारत की महान परंपराओं और संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का कार्य किया है. उन्होंने यह भी कहा कि मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा मिलना गर्व की बात है.