कितना बदल गया है वह स्कूल, जहां से PM मोदी ने की थी पढ़ाई? देखें VIDEO
पीएम मोदी ने वडनगर के जिस स्कूल से पढ़ाई की थी, उसका आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकार्पण किया. यह स्कूल 1888 में बनाया गया था. अब इसे एक धरोहर इमारत के रूप में फिर से बनाया गया है. इसे प्रेरणा स्कूल के रूप में तैयार किया गया है. स्कूल को 72 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. यह स्कूल अब कैसा दिखता है, आइए वीडियो में देखते हैं...

PM Modi Vadnagar School: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 16 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वडनगर के जिस स्कूल से पढ़ाई की थी, उसका लोकार्पण किया. यह स्कूल 1888 में बनाया गया था. अब इसे एक धरोहर इमारत के रूप में फिर से बनाया गया है. इसे प्रेरणा स्कूल के रूप में तैयार किया गया है. इससे आने वाली पीढ़ियों को पीएम मोदी के जीवन से प्रेरणा मिल सकेगी. स्कूल को 72 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.
पीएम मोदी के बचपन के इस स्कूल को आधुनिक शैक्षिक संस्थान के रूप में तैयार किया गया है. इसका पाठ्यक्रम आईआईटी गांधीनगर ने डिजाइन किया है. यहां 9 मूल्य आधारित विषय (स्वाभिमान और विनय, परिश्रम और समर्पण, शौर्य और साहस, सत्यनिष्ठा और शुचिता, श्रद्धा और विश्वास, स्वतंत्रता और कर्तव्य, करुणा और सेवा, विविधता और एकता, नवाचार और जिज्ञासा) पढ़ाए जाते हैं.
'820 से अधिक छात्र और 410 शिक्षक स्कूल में आ चुके'
गुजरात के केंद्रीय शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव के मुताबिक, देश के विभिन्न हिस्सों से छात्रों और शिक्षकों के 42 समूह स्कूल में आ चुके हैं. इन समूहों में 820 से अधिक छात्र और 410 शिक्षक शामिल हैं. स्कूल में छात्र एक हफ्ते के स्टडी टूर के दौरान अपनी शिक्षा की यात्रा शुरू करते हैं. यहां उन्हें शैक्षिक ज्ञान के साथ ही सांस्कृतिक मूल्यों और सामाजिक जिम्मेदारियों को भी समझने का अवसर मिलता है.
विविधता में एकता को बढ़ावा देना है स्कूल का उद्देश्य
बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर आधारित 'प्रेरणा' पहल का हिस्सा प्रेरणा स्कूल का उद्घाटन उस स्थान पर किया गया है, जहां पीएम मोदी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी. 72 करोड़ रुपये की लागत से बना यह स्कूल अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान करेगा, जिसमें प्राचीन भारतीय ज्ञान को आधुनिक तकनीक के साथ एकीकृत किया जाएगा. इस स्कूल में 10 जिलों के 20 बच्चों को 10 अभिभावक शिक्षकों के साथ शिक्षा दी जाएगी. स्कूल का उद्देश्य पारंपरिक भारतीय खेलों को कौशल विकास के साथ जोड़कर विविधता में एकता को बढ़ावा देना है.
स्कूल की शिक्षिका ने क्या कहा?
स्कूल की एक शिक्षिका ने कहा कि हमने इसे प्रेरणा कार्यक्रम में बदल दिया है, जो एक बहुत ही अनूठी पहल है. यह कार्यक्रम भारत की संस्कृति और विरासत को नवीनतम तकनीक के साथ जोड़ता है. बच्चे उन्हीं कक्षाओं में पढ़ते हैं, जहां प्रधानमंत्री मोदी ने कभी बैठकर शिक्षा प्राप्त की थी.
'पीएम मोदी को दिल से धन्यवाद देना चाहती हूं'
एक छात्रा ने कहा, 'मैं पीएम मोदी को यहां आने का अवसर देने के लिए दिल से धन्यवाद देना चाहती हूं. मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात से होती है कि यहां आकर मैं अपना आत्मविश्वास बढ़ा पा रही हूं. पहले मुझे लोगों के सामने खुलकर बोलने में डर लगता था, लेकिन अब मैं अपनी बात बेहतर तरीके से कह सकती हूं.