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भारत में ऐसे ही नहीं पहुंची विदेशी ड्रग्स! थाईलैंड के 'हाइड्रोपोनिक वीड' की गोवा में कैसे हुई सप्लाई?

Hydroponic Weed: गोवा पुलिस ने हाल ही में ड्रग्स तस्करी का भंडाफोड़ किया. नशे का व्यापार करने वाला गिरोह थालैंड से 'हाइड्रोपोनिक वीड' गोवा में बेचते थे. जांच में पता चला कि वह बैंककॉक से नेपाल और भारत में एंट्री लेकर ड्रग्स को पहुंचाते थे इस मामले में कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी की तलाश की जा रही है. पुलिस ने जांच में 11.67 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 11 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है.

भारत में ऐसे ही नहीं पहुंची विदेशी ड्रग्स! थाईलैंड के हाइड्रोपोनिक वीड की गोवा में कैसे हुई सप्लाई?
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( Image Source:  @punarbashu )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Published on: 30 March 2025 10:11 AM

Hydroponic Weed: हाल ही में गोवा पुलिस ने नशे के खिलाफ एक सर्च ऑपरेशन के दौरान 'हाइड्रोपोनिक वीड' जब्त की थी. पुलिस ने एक ड्रग तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ किया था. थाईलैंड से नेपाल होते हुए गोवा में ड्रग्स की सप्लाई कर रहा थे. छापेमारी के दौरान ही पुलिस को 'हाइड्रोपोनिक वीड' बरामद हुई. इसके बाद पुलिस ने तेजी से मामले की जांच शुरू कर दी और यह रैकेट कैसे और कौन चला रहा है, इसकी तलाश में जुट गई.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, गोवा पुलिस की जांच में पता चला कि इस गिरोह के तीन सदस्य इस तस्करी में शामिल थे. वे बैंकॉक से काठमांडू तक फ्लाइट से ड्रग्स लाते थे. रिपोर्ट में कई बड़े खुलासे हुए हैं. सच जानकर पुलिस प्रशासन भी हौरान हो गया है.

कैसे करते थे ड्रग्स की सप्लाई?

रिपोर्ट में बताया गया कि ड्रग्स तस्करी का गिरोह गांजे को चॉकलेट के पैकेट और कपड़ों में छिपाया जाता था. फिर इसे नेपाल से बसों और टैक्सियों के जरिए गोवा तक पहुंचाया जाता था. पुलिस के मुताबिक, बरामद हुए हाइड्रोपोनिक वीड की कीमत सामान्य गांजे से 10 गुना ज्यादा होती है.

कैसे हुई गिरफ्तारी?

8 मार्च को बेंगलुरु के 26 साल के गौतम एम को गोवा में ड्रग्स के साथ पकड़ा गया. पुलिस ने जांच शुरू की तो उसके किराए के कमरे से 11.67 किलो हाइड्रोपोनिक वीड बरामद हुआ, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 11 करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है. गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस गिरफ्तारी को 'बड़ी सफलता' बताया और कहा कि पुलिस गोवा को ड्रग्स से मुक्त करने के लिए पूरी कोशिश कर रही है.

कैसे काम करता था गिरोह?

पूछताछ में गौतम ने बताया कि बैंकॉक में रहने वाले उसके एक दोस्त ने उसे ड्रग्स भारत लाने के लिए 1 लाख रुपये का ऑफर दिया था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गौतम को बैंकॉक बुलाकर पुराने जानकारों ने इस तस्करी में शामिल किया. उसे कहा गया कि अगर वह किसी महिला के साथ सफर करेगा तो एयरपोर्ट पर आसानी से निकल पाएगा. किसी को उस पर शक नहीं होगा, इसलिए उसने अपनी एक फ्रेंड इस तस्करी में शामिल कर लिया. उसे बैंकॉक एयरपोर्ट पर उन्हें दो सूटकेस दिए गए, जिनमें ड्रग्स को चॉकलेट पैकेट और कपड़ों में छिपाया गया था. इसके बाद वे फ्लाइट से बैंकॉक से काठमांडू पहुंचे और फिर बस व टैक्सी से गोवा आ गए. यहां यह ड्रग्स बेचने की योजना थी.

पुलिस ने लिया एक्शन

गोवा पुलिस ने इस मामले की जांच करते हुए, 12 मार्च को पुलिस ने बेंगलुरु से शिलना ए नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया. वह बैंकॉक से गिरोह गाइड कर रही थी और बेंगलुरु के सप्लायर्स से जुड़ी हुई थी. 19 मार्च को केरल के कन्नूर से श्रीजिल पी पी नाम के व्यक्ति को पकड़ा गया. पुलिस के मुताबिक, श्रीजिल इस गिरोह का 'फाइनेंशियल मैनेजर' था. उसने गौतम और दूसरे लोगों की इंटरनेशनल फ्लाइट टिकट बुक की थी.

गोवा पुलिस के एसपी (क्राइम) राहुल गुप्ता ने बताया कि ड्रग्स गोवा में ही बेचे जाने थे. गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और कुछ जो थाईलैंड में छिपे हुए हैं, उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस और 'ब्लू नोटिस' जारी किया गया है.

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