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गौतम अडानी ने दी 2000 करोड़ की रिश्वत! अमेरिका में कारोबारी के खिलाफ केस दर्ज, जानिए क्यों लगे ये आरोप

गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका में अपनी कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने और इसे छिपाने का आरोप है. पूरा मामला अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म का है. रिपोर्ट में कहा गया कि गौतम अडानी और उनके भतीजे के साथ ही 7 और लोगों ने रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को करीब 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने पर सहमति जताई थी.

गौतम अडानी ने दी 2000 करोड़ की रिश्वत! अमेरिका में कारोबारी के खिलाफ केस दर्ज, जानिए क्यों लगे ये आरोप
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( Image Source:  Credit- ANI )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 21 Nov 2024 1:01 PM IST

Gautam Adani News: दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी एक बार फिर मुसीबत में फंस गए हैं. उन पर 2000 करोड़ की घूसखोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये आरोप अमेरिकी की ओर से लगाए हैं.

गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका में अपनी कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए 265 मिलियन डॉलर (करीब 2236 करोड़ रुपये) की रिश्वत देने और इसे छिपाने का आरोप है. पूरा मामला अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म का है.

कंपनी पर लगाए गए ये आरोप

सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने बुधवार को गौतम अडानी के भतीजे सागर अडानी, अडानी ग्रीन एनर्जी कंपनी के अधिकारियों समेत एक अन्य फर्म एज्योर पावर ग्लोबल लिमिटेड के कार्यकारी सिरिल काबेनेस पर आरोप लगाए हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि गौतम अडानी और उनके भतीजे के साथ ही 7 और लोगों ने रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को करीब 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत देने पर सहमति जताई थी. जो कि सौर ऊर्जा संयंत्र परियोजना विकसित करने के लिए थी.

निवेशकों से की धोखाधड़ी

गौतम अडानी पर निवेशकों को झूठ बोलकर उनके साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है. एसईसी ने अपने एक बयान में कहा कि इस स्कीम के दौरान अडानी ग्रीन ने अमेरिकी निवेशकों से 175 मिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की राशि जमा की. इसके बाद एज़्योर पावर के शेयरों का न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में बिजनेस किया. एसईसी ने कहा कि यह रिश्वत देने की प्लानिंग अडानी ग्रीन और एज्योर पावर को भारत सरकार द्वारा दिए गए अरबों डॉलर के सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट का लाभ उठाने के लिए बनाई गई थी.

इतना होना था मुनाफा

रिपोर्ट में कहा गया कि इस कॉन्ट्रेक्ट के जरिए अडानी ग्रुप को 20 सालों में करीब 2 अरब डॉलर से ज्यादा प्रॉफिट होने की उम्मीद थी. अधिकारियों को ये रिश्वत 2020 से 2024 के बीच दिए जाने का आरोप लगाया गया है. अडानी ग्रुप और उनके सहयोगियों पर निवेशकों को धोखा देने के आरोप लगाए हैं. उन पर जांच में रुकावट डालने की कोशिश की.

एफबीआई के सहायक निदेशक जेम्स डेनन्ही ने कहा कि आरोपियों ने न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है. इसके अलावा ये भी आरोप लगाया कि कई अवसरों पर अडानी ने रिश्वतखोरी योजना को आगे बढ़ाने के लिए व्यक्तिगत रूप से भारत सरकार के अधिकारी से मुलाकात की और एक-दूसरे के साथ व्यक्तिगत बैठकें कीं.

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