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पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने रद्द की तिरुमाला मंदिर की यात्रा, सरकार ने बनाई SIT; जानें मंदिर से जुड़ा अपडेट

तिरुपति लड्डू में एनिमल फैट की मिलावट के बाद पूरे देश में बवाल मच गया है. कहा जा रहा है कि यह हिंदुओं की आस्था पर एक गहरा प्रहार है. अब इस कड़ी में सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है. इस बीच आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने की तिरुमाला मंदिर की अपनी यात्रा रद्द कर दी है.

पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने रद्द की तिरुमाला मंदिर की यात्रा, सरकार ने बनाई SIT; जानें मंदिर से जुड़ा अपडेट
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Credit- ANI
हेमा पंत
Edited By: हेमा पंत

Updated on: 28 Sept 2024 8:14 AM IST

आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने तिरुमाला मंदिर की अपनी यात्रा रद्द कर दी, क्योंकि पुलिस ने उन्हें और उनकी पार्टी के सदस्यों को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू की तैयारी में एनिमल फैट के कथित उपयोग को लेकर विवाद के बीच नोटिस जारी किया था.

आंध्र प्रदेश पुलिस ने जगन रेड्डी की तिरुमाला मंदिर यात्रा से पहले गुरुवार को तिरुपति जिले में पुलिस अधिनियम की धारा 30 लागू कर दी थी. भास्कर इंग्लिश न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार ये आदेश 24 अक्टूबर तक प्रभावी रहेंगे, जो लगभग पूरे एक महीने तक चलेगा.

नायडू पर लगाया हिंदू धर्म के इस्तेमाल का आरोप

शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की आलोचना की और उन पर और उनकी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) पर राजनीतिक लाभ के लिए “हिंदू धर्म” का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने आगे दावा किया कि भाजपा नायडू को “गंदी राजनीति” में शामिल होने से रोकने के बजाय उनका समर्थन कर रही है.

जगन ने अपनी पार्टी के सदस्यों को जारी किए गए नोटिस दिखाते हुए कहा, “इतिहास में यह पहली बार है कि किसी को मंदिर में जाने से रोका गया है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर कोई वाईएसआरसीपी सदस्य तिरुमाला कार्यक्रमों में भाग लेता है, तो नोटिस के अनुसार उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

सरकार ने गठन की एसआईटी

राज्य सरकार इस मामले में सख्ती बरत रही है. इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने 9 सदस्य वाली एसआईटी टीम बनाई है.साथ ही, इस मामले की जांच एनफोर्समेंट डिपार्टमेंट भी कर रही हैं.

शंकराचार्य अधोक्षजानंद देव तीर्थ ने रखी मांग

इस बीच शंकराचार्य अधोक्षजानंद देव तीर्थ ने मांग रखी कि मंदिरों के प्रबंधन का जिम्मा सरकार के पास से ले लेना चाहिए. उन्होंने लड्डू में मिलावट की निंदा की है और कहा है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मंदिरों का प्रशासन एक अलग बोर्ड को सौंपना चाहिए.

मंदिरों को किया गया साफ

इस बीच तिरुपति के तिरुमाला पहाड़ियों में स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में सोमवार को साफ किया गया. मंदिर में सुबह 6 बजे से 10 बजे तक चार घंटे का शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण किया गया.

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