EPFO ऑफिस जाने का झंझट खत्म, अब मिनटों में ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा; जानें हर डिटेल
अब आपको पीएफ का पैसा निकालने के लिए ईपीएफओ ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है. यह पैसा अब एटीएम से भी आप निकाल सकते हैं... जी हां, सही सुना आपने... अगले साल से आप एटीएम से अपने प्रोविडेंट फंड का पैसा निकाल सकते हैं.

PF Money From ATM: अगर आपसे कहा जाए कि अब आप एटीएम से अपना प्रोविडेंट फंड यानी पीएफ निकाल सकते हैं तो क्या आपको यकीन होगा? लेकिन यह बात सच है. अगले साल से आप सीधे एटीएम से प्रोविडेंट फंड निकाल सकते हैं. इससे आपको ईपीएफओ ऑफिस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. श्रम मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी दी है.
श्रम सचिव सुमित डावरा ने कहा कि ईपीएफओ के सदस्य अगले साल से एटीएम मशीनों से पीएफ को निकाल सकेंगे. हम दावों का तेजी से निपटारा कर रहे हैं. इसके साथ ही, जीवन को आसान के लिए प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए काम कर रहे हैं.
7 करोड़ से ज्यादा लोगों को मिलेगा लाभ
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के मौजूदा समय में 70 मिलियन यानी 7 करोड़ से अधिक सदस्य हैं. श्रम एवं रोजगार मंत्रालय एटीएम से पीएफ निकालने के लिए आई सिस्टम को अपग्रेड कर रहा है. अगले साल आईटी 2.1 के लाइव होने के बाद ईपीएफओ का आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर बैंकिंग सिस्टम के बराबर हो जाएगा. श्रम मंत्रालय एटीएम से पैसे निकालने के लिए डेबिट कार्ड जैसे कार्ड जारी करने पर काम कर रहा है.
अभी ईपीएफओ अकाउंट से पैसे निकालने के बाद उसे बैंक अकाउंट में आने में 7 से 10 दिन का समय लगता है. नई व्यवस्था से यह इंतजार भी खत्म हो जाएगा. अगर आप दो महीने तक बेरोजगार रहते हैं तो आप पूरी पीएफ राशि निकाल सकते हैं, जबकि एक महीना बेरोजगार रहने पर आप 75 फीसदी राशि निकाल सकते हैं.
श्रम सचिव सुमित डावरा ने कहा कि सिस्टम को तैयार किया जा रहा है. हर दो से तीन महीने में आप महत्वपूर्ण सुधरा देखेंगे. मेरा मानना है कि 2025 तक इसमें बड़ी वृद्धि होगी
सुमित डावरा ने कहा कि इस दिशा में बहुत काम किया गया है. हमने एक योजना की रूपरेखा तैयार की है जो अब अंतिम चरण में है. प्रस्तावित लाभों में स्वास्थ्य कवरेज, भविष्य निधि और विकलांगता सहायता शामिल हो सकती है। संसद द्वारा पारित सामाजिक सुरक्षा संहिता, 2020 ने गिग और प्लेटफ़ॉर्म श्रमिकों की पहली औपचारिक परिभाषा पेश की, जिसमें उनके कल्याण और सामाजिक सुरक्षा के प्रावधान शामिल हैं.
बेरोजगारी की दर घटकर 3.2 प्रतिशत हुई
श्रम सचिव ने बेरोजगारी के आंकड़ों पर कहा कि 2017 में, बेरोजगारी दर छह प्रतिशत थी. आज यह घटकर 3.2 प्रतिशत हो गई है। इसके अलावा, हमारा कार्यबल बढ़ रहा है। श्रम बल भागीदारी दर बढ़ रही है, और श्रमिक भागीदारी अनुपात, जो दर्शाता है कि वास्तव में कितने लोग कार्यरत हैं, 58 प्रतिशत तक पहुंच गया है और बढ़ता जा रहा है.