PM मोदी के जापान दौरे से टेंशन में ट्रंप, अरबों डॉलर की AI-सेमीकंडक्टर-बुलेट ट्रेन डील होगी सील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय जापान यात्रा के तहत टोक्यो पहुंच गए हैं. इस यात्रा का मकसद भारत-जापान संबंधों को और ज्यादा मजबूती देना है. वह जापान के पीएम शिगेरु इशिबा के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. इस दौरान क्वाड समेत कई अहम मसलों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है. सांस्कृतिक आदान प्रदान पर भी जोर दिया जाएगा.

भारत को अमेरिका के साथ ट्रंप के टैरिफ हो लेकर जारी विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (29 अगस्त) को जापान पहुंच गए. उन्होंने वहां पहुंचने के बाद टोक्यो में प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. भारतीय समुदाय से कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत में चौंकाने वाले बदलाव हुए हैं. इसकी जानकारी तो आप सबको पहले से है. आज भारत में राजनीतिक, आर्थिक स्थिरता और सरकार की नीतियों में पारदर्शिता है. भारत आज विश्व की सबसे तेज गति से विकास करने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था है. भारत बहुत जल्द विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के करीब है. जानें, दो दिवसीय दौरे के दौरान भारत-जापान कई अहम क्षेत्रों में एक साथ काम करने का लेंगे संकल्प.
1. AI और सेमीकंडक्टर
पीएम मोदी ने जापान यात्रा को लेकर कहा कि इससे दोनों देशों के बीच रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में दोनों देशों के बीच हर स्तर पर प्रगति हुई है. आर्थिक और निवेश संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और सेमीकंडक्टर ऐसी तकनीक हैं, जिसमें दोनों देश सहयोग को आगे बढ़ाएंगे.
पीएम मोदी ने एक्स पोस्ट में लिखा है, "हम अपने सहयोग को नई उड़ान देने, अपने आर्थिक और निवेश संबंधों के दायरे और महत्वाकांक्षाओं का विस्तार करने और एआई (AI) तथा सेमीकंडक्टर सहित नई और उभरती तकनीकों में सहयोग को आगे बढ़ाने का प्रयास यात्रा के दौरान करेंगे."
ट्रंप की क्यों बढेंगी मुश्किलें?
ऐसा होने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एशिया प्रशांत क्षेत्र को लेकर मुश्किलें बढ़ जाएंगी. ऐसा इसलिए कि इस क्षेत्र में सबसे ताकतवर राष्ट्र चीन है. अमेरिका अपनी भूमिका और प्रभाव को बढ़ाना चाहता है. इसके लिए पूर्ववर्ती राष्ट्रपति बराक ओबामा और जो बाइडन में काफी मशक्कत के बाद क्वाड का गठन करने में सफलता पाई थी, जिसे ट्रंप की टैरिफ नीति से झटका लगा है. आने वाले समय में इसका असर अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी देखने को मिल सकता है.
2. 68 बिलियन डॉलर के निवेश पर लगेगी मुहर
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की दो दिवसीय यात्रा के दौरान सेमीकंडक्टर, महत्वपूर्ण खनिजों और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर 68 अरब डॉलर के निवेश समझौते पर हस्ताक्षर हो सकता है. दरअसल, जापान ने अगले दशक में भारत में 68 बिलियन डॉलर निवेश करने की घोषणा की है. यह निवेश भारतीय बुनियादी ढांचे, सेमीकंडक्टर, और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में होगा.
3. बुलेट ट्रेन परियोजना
भारत और जापान भारत में अगली पीढ़ी की E10 शिंकानसेन बुलेट ट्रेनों के निर्माण के लिए एक समझौते पर भी यात्रा के दौरान हस्ताक्षर हो सकता है. प्रधानमंत्री मोदी द्विपक्षीय बैठक के बाद इसकी करेंगे. सूत्रों के अनुसार बुलेट ट्रेन परियोजना लगभग चार दशक पहले हुए मारुति सुजुकी संयुक्त उद्यम की सफलता की तरह है, लेकिन इसका रणनीतिक महत्व आज के संदर्भ में बहुत बड़ा है.
4. जापानी प्रांतों के गवनर्स के साथ करेंगे मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी, जापान के पीएम शिगेरु इशिबा के अलावा वहां के प्रान्तों के राज्यपालों से भी मिलेंगे. जापान की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद, प्रधानमंत्री मोदी चीन के लिए रवाना होंगे. जहां उनका तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने और 31 अगस्त को शी जिनपिंग से द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
5. भारत-जापान आर्थिक मंच पर टैलेंट-टेक्नोलॉजी की करेंगे बात
प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के व्यापारियों से 'Make in India, Make for the World' का आह्वान किया। उन्होंने भारत को प्रतिभा का केंद्र और जापान को प्रौद्योगिकी का केंद्र बताते हुए दोनों देशों के सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर देंगे.