देश के इन राज्यों में डॉल्फिन की बढ़ी आबादी, UP Top पर तो बिहार भी नहीं पीछे
भारत में कुल 6,327 गंगा नदी डॉल्फिन पाई जाती हैं, जिनमें सबसे अधिक उत्तर प्रदेश (2,397) और बिहार (2,220) में हैं। 2021-23 के दौरान 8,000 किमी क्षेत्र और 28 नदियों के सर्वेक्षण में यह आंकड़े सामने आए. कभी हजारों में रही इनकी आबादी अवैध शिकार, बांधों और अंधाधुंध मछली पकड़ने से घटी. 15 अगस्त 2020 को "प्रोजेक्ट डॉल्फिन" शुरू किया गया.

देश में कुल 6,327 गंगा नदी डॉल्फिन पाई जाती हैं, जिनमें से सबसे अधिक 2,397 उत्तर प्रदेश तो उसके बाद बिहार (2,220), पश्चिम बंगाल (815), असम (635) और झारखंड (162) में दर्ज की गई हैं. यह आंकड़े देश में नदी डॉल्फिन के पहले आधिकारिक अनुमान से सामने आए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की 90% गंगा नदी डॉल्फिन भारत में निवास करती हैं.
2021-23 के दौरान, वन्यजीव वैज्ञानिकों ने 8,000 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में 28 नदियों का सर्वेक्षण कर इन आंकड़ों को संकलित किया. गंगा नदी में कभी हजारों की संख्या में डॉल्फिन हुआ करती थीं, लेकिन पिछली सदी में कई कारणों से इनकी आबादी 2,000 से भी कम हो गई थी. मुख्य रूप से अवैध शिकार, बांधों और बैराजों के कारण आवास का विखंडन, तथा अंधाधुंध मछली पकड़ने ने इनकी संख्या को कम किया.
डॉल्फिन संरक्षण को लेकर सरकार ने 15 अगस्त 2020 को "प्रोजेक्ट डॉल्फिन" की शुरुआत की थी. वन्यजीव वैज्ञानिकों का मानना है कि डॉल्फिन की संख्या और उनकी प्रवृत्तियों की निगरानी संरक्षण प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण है. उनकी बढ़ती संख्या जल पारिस्थितिकी तंत्र के स्वस्थ होने का संकेत देती है.
डॉल्फिन संरक्षण में ऐतिहासिक कदम
पिछले साल दिसंबर में, भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) के वैज्ञानिकों ने पहली बार एक नर गंगा नदी डॉल्फिन को सैटेलाइट टैग किया था. इसे असम के कामरूप जिले में ब्रह्मपुत्र नदी में छोड़ा गया। यह भारत में किसी भी प्रजाति की सैटेलाइट टैगिंग का पहला प्रयास था, जिससे राष्ट्रीय जलीय जीव के बारे में महत्वपूर्ण डेटा एकत्र किया जा सके.
प्रधानमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण को दी नई दिशा
विश्व वन्यजीव दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सासन गिर, गुजरात में नदी डॉल्फिन पर यह रिपोर्ट जारी की. उन्होंने राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता करते हुए विभिन्न प्रजातियों के संरक्षण के लिए नई पहलों की घोषणा की.