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ऐसी भी क्या थी मजबूरी कि सफलता के बाद मौत को लगाया गले?

हर व्यक्ति अपने जीवन में खुद को सफल बनाना चाहता है. उन ऊंचाइयों को छू लेने का सपना हर व्यक्ति ने देखा होता है, जहां हर कोई उसे उनके नाम से पहचाने. लेकिन सफलता मिलने के बाद भी क्या इंसान इतना खुश है? हाल ही में एक ऐसी खबर सामने आ रही है की 2017 में नीट टॉपर ने सुसाइड कर लिया है.

ऐसी भी क्या थी मजबूरी कि सफलता के बाद मौत को लगाया गले?
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संस्कृति जयपुरिया
by: संस्कृति जयपुरिया

Updated on: 17 Sept 2024 4:32 PM IST

नई दिल्ली : हर व्यक्ति अपने जीवन में खुद को सफल बनाना चाहता है. उन ऊंचाइयों को छू लेने का सपना हर व्यक्ति ने देखा होता है, जहां हर कोई उसे उनके नाम से पहचाने. लेकिन सफलता मिलने के बाद भी क्या इंसान इतना खुश है? आज हम आपसे ऐसे सवाल इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि दिल्ली में स्थित पारसी धर्मशाला से एक ऐसी घटना सामने आई है, जो आपकी हिम्मत और हौंसले को तोड़ सकती है. जी हां हम हाल ही में आई उस खबर की बात कर रहे है जिसमें 2017 में नीट टॉपर ने सुसाइड कर लिया है.

दिल्ली के पारसी धर्मशाला में मृत पाए गए डॉ. नवदीप सिंह का सोमवार को मुक्तसर में अंतिम संस्कार कर दिया गया. परिवार के लोग इस घटना से बेहद ही सदमे में है. नवदीप के परिवार वाले मुक्तसर की ग्रीन एवेन्यू कालोनी में रहते है. नवदीप के पिता टीचर है और उनका छोटा भाई अभी एमबीबीएस कर रहा है.

दिल्ली में 7 साल से रह रहा था बेटा

नवदीप के पिता गोपाल सिंह ने बताया की उनका बेटा मुक्तसर के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत था.दिल्ली में वह सात साल से रह रहा था.वह मौलाना आजाद मेडिकल कालेज से रेडियोलॉजी विभाग से एमडी कर रहा था. अपने बेटे के चले जाने से बेहद ही हैरान हूं की आखिर ऐसा क्या हुआ होगा.

पिता ने बताया की वह रोजाना बेटे नवदीप से सुबह फोन पर बात करते थे.शनिवार को भी सुबह बेटे से फोन पर बात हुई थी और रात को भी फोन किया था लेकिन तब उसने फोन नहीं उठाया. फिर पिता ने गार्ड को फोन किया तो उन्होंने बताया की दरवाजा अंदर से बंद है. बाद में पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो नवदीप मृत पाए गए.

कुछ परेशानी होती तो वह जरूर बताता- पिता गोपाल सिंह

गोपाल सिंह ने कहा कि बेटे को अगर परेशानी होती तो वह जरूर बताता. मगर बेटे की ये खबर सुन कर यकीन नहीं हो पा रहा है. पिता ने पुलिस से कहा की बेटे की मोबाइल फोन और लैपटाप कब्जे में लेकर गंभीरता से जांच की जाए और मौत के कारणों का पता लगाया जाए. क्योंकि इसके पीछे जरूर कोई बड़ी वजह है, उनका बेटा ऐसा कभी नहीं हो सकता है.

आपको बता दें की नवदीप सिंह ने 2017 में नीट एग्जाम में 700 में से 697 अंक लाकर देश में पहला रैंक हासिल किया था.जिससे वह देश भर में काफी चर्चा में रहा था.

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