जियो ने पीछे खींचा हाथ, तो डेवलपर ने फिर दिखाई चालाकी; अब दुबई में बेच डाला जियो-हॉटस्टार का डोमेन
जियो-हॉटस्टार के डोमेन खरीदने के मामले में एक नया मोड़ सामने आया है. डेवलपर ने कंपनी ने अपनी पढ़ाई की थी. जिसे कंपनी ने अस्वीकार किया. लेकिन एक बार फिर चालाकी दिखाके हुए दिल्ली के इस डेवलपर ने डोमेन को दुबई के रहने वाले एक भाई- बहन को बेच दिया. जिसके बाद एक बार फिर ये मामला सुर्खियों में नजर आ रहा है.

जियो होटस्टार के डोमेन को लेकर उठे बवाल में एक नया मोड़ आया है. भारत में तेजस्वी लोगों की कमी नहीं ये सभी जानते हैं. लेकिन इस डोमेन वाले वाक्या के बाद इसका प्रमाण भी लोगों ने देख लिया. ताजा जानकारी के अनुसार जिस डोमेन को दिल्ली के एक डेवलपर ने खरीदा था. उसने उसे दुबई में रहने वाले दो बच्चों को बेच दिया है.
पहले बता दें कि ये सब जियो और हॉटस्टार के मर्ज होने की खबर के बाद सामने आया. दरअसल डिज्नी + हॉटस्टार और रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी Viacom18 कंपनी हॉटस्टार को मर्ज करने का प्लान कर रही थी. इस मर्जर के बाद कंपनी के पास डोमेन के लिए JioHotstar.com का विकल्प ही सामने था. लेकिन इस नाम से डोमेन को पहले ही दिल्ली के रहने वाले एक डेवलपर ने 2023 में खरीद लिया था. जब उसने दोनों कंपनियों के मर्ज होने की खबर को सुना था.
दुबई में बेच दिया डोमेन
वहीं इस डेवलपर ने एक बार फिर बड़ी ही शातिरता से इस डोमेन को दुबई में रहने वाले भाई-बहन को बेच दिया. इसी कड़ी में शनिवार को जियो हॉटस्टार के पेज पर एक पर वीडियो दिखाई दिया. ये वीडियो पेज पर आने वाले लोगों के स्वागत के लिए पेश किया गया. इसमें दो चेहरे नजर आए. जिनमें एक का नाम जैनम और दूसरे का नाम जिवीका था. दोनों भाई-बहन दुबई में रहते हैं. उनकी इस वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार जैनम महज 13 साल का है. वहीं जीविका महज 10 साल की हैं. इस डोमेन का नाम बदलकर jainamjivikafuntime.com कर दिया गया है.
दोनों की ओर से एक लेटर जारी किया गया है. जिसमें जैनम और जीवीका ने ये दावा किया कि उन्होंने जियो हॉटस्टार डमोन को दिल्ली में रहने वाले युवा डेवलपर से उसकी पढ़ाई में सहयाता के लिए उससे खरीद लिया है.
सकारात्मकता फैलाना उद्देश्य
इस लेटर में लिखा है कि नमस्ते, हम जैनम और जीविका दुबई में रहने वाले एक बदलाव लाने के मिशन पर निकले हैं. उन्होंने लिखा कि भले ही हम बच्चे हैं. लेकिन हमारा मानना ऐसा है कि जब बात सकारात्मक और दयाभाव फैलाने की हो तो उम्र महज एक नंबर है. उन्होंने कहा कि हमारी ये यात्रा गर्मियों की छुट्टी के दौरान हुई. जब हमने अपने दुबई के घर को छोड़कर 50 दिन अविस्मरणीय दिनों को भारत में बिताया था. ऐसा करने के पीछे का मकसद विभिन्न पृष्ठभूमियों के बच्चों से जुड़ना, सीखने के प्रति अपना प्यार साझा करना, पढ़ाई और लक्ष्य निर्धारित करने के कौशल सिखाना और उन्हें बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करना है.
पहले खरीदा फिर बेचने के लिए की मांग
अपने शातिर दीमाग का इस्तेमाल करते हुए डेवलपर ने इस डोमेन को खरीद लिया था. लेकिन अब रिलायंस कंपनी को इसी डोमेन को 1 करोड़ रुपे में खरीदने की भी मांग कर रहा था. डेवलपर ने इसके पीछे कारण भी दिया कि वह कैमब्रिज यूनीवर्सिटी अमेरिका से अपने एमबीए की आगे की पढ़ाई को पूरा करना चाहता है. ऐप डेवलपर ने बताया कि रिलायंस ने उससे संपर्क किया था. जिसके बाद उसके एक करोड़ रुपये के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया. वहीं रिलायंस उनके ट्रेडमार्क के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ कानून की कार्रवाई कर रही है.