क्या होता है Deepfake? चुनाव में इस्तेमाल को लेकर जताई जा रही चिंता; जानें क्या हैं बचने के उपाय
दुनियाभर में लोग डीपफेक से रूबरू हो रहे हैं. इनका इस्तेमाल चुनाव के दौरान भी किया गया है. इस पर संबंधित अधिकारियों का कहना है कि हमें भविष्य में डीपफेक का जल्द से जल्द प्रोफेशनल तरीके से पता लगाना होगा. इस एल्गोरिदम की जरूरत है जो लोगों को ये पहचान करवाने में मदद कर सके कि आखिर डीपफेक है क्या. इससे बचा कैसे जाए.

डीपफेक टेक्नॉलोजी ने जहां एक ओर लोगों का काम आसान किया है. मिनटों में किसी के चेहरे की वीडियो, फोटो बना कर देना कमाल की टेक्नोलॉजी की ओर इशारा करता है. लेकिन दूसरी ओर इसके कारण समस्याएं भी बढ़ रही हैं. कुछ लोगों ने इसका इस्तेमाल इलेक्शन के दौरान भी किया जो बेहद गंभीर चिंता की ओर इशारा करता है. इसी कड़ी में शुक्रवार को चुनाव आयोग की दो दिवसीय बैठक हुई. जिसमें इसे लेकर चिंता व्यक्त की गई.
इस मीटिंग के पीछे का मकदस डीपफेक को पहचानना और उससे किस तरह निपटा जाए इसपर चर्चा करना था. जानकारी के अनुसार इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को और पब्लिक को इस बारे में सूचना दे दी गई है. दरअसल चुनाव के दौरान कई नेताओं के भी डीपफेक वीडियो जारी किए गए. इनका गलत तरह से इस्तेमाल हुआ. लेकिन आखिर इससे कैसे बचा जाए? आइए जानते हैं.
क्या है डीपफेक
डीपफेक एक AI टेक्नोलॉजी है. इसकी मदद से आप वीडियो, या फिर इमेज पर किसी भी दूसरे व्यक्ति के चेहरे को प्लेस कर सकते हैं. उदहारण के तौर पर इसी टेक्नोलॉजी की मदद से आप अपने किसी एक रिश्तेदार का चेहरा दूसरे के चेहरे के साथ आसानी से रिप्लेस कर सकते हैं. हालांकि पहले तक ऐसा करना संभव नहीं था. पहले ऐसा करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब ऐसा किया जा सकता है. इसी टेक्नोलॉजी को डीपफेक के नाम से जाना जाता है. लेकिन कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. खास तौर पर स्कैमर्स इसके जरिए लोगों के साथ ठगी करते हैं. लेकिम इससे बचने के भी उपाय हैं. जिसे जानकर अगर आपके साथ ऐसा कुछ हो भी रहा है तो आप सतर्क हो सकते हैं.
कैसे डीपफेक का शिकार होने से बचें
अगर आपको किसी वीडियो या फोटो पर शक होता है, जो आपके साथ हुआ न हो, या ज्यादा अट्रैक्ट कर रहा हो, या किसी भी चीज को आसानी से मिलने वाला हो, तो हो सकता है वो डीपफेक वीडियो है. इनसे बचने के लिए इन बातों का ख्याल रखें कि वीडियो का सोर्स क्या है, कहां से आप तक आया है, क्या किसी अनजान नंबर से आपको वो वीडियो शेयर किया गया है? अगर ऐसा है तो आपको सतर्क रहना होगा. वीडियो को सुनते और देखते समय ये पहचाने की उसमें आपको कुछ अजीब न लग रहा हो. जैसे अगर वीडियो में होंठ और आवाज मैच नहीं हो रही तो जरूर उसके साथ छेड़छाड़ की गई है और वो वीडियो डीपफेक हो सकता है.
कई बार हम बिना सोचे समझे हमारे पास आए लिंक पर क्लीक कर देते हैं. लेकिन इन पर ध्यान देना बेहद जरूरी होता है. अगर आप भी ऐसा ही कुछ करते हैं, तो इसका खास ख्याल रखें. वीडियो या फिर इमेज अगर आपके साथ शेयर की गई है, तो वो किसी पहचान वाले व्यक्ति के पास से ही आप तक पहुंची हो.