'आरक्षण की सीमा बढ़ाना हमारा लक्ष्य', विवाद के बीच राहुल गांधी ने तोड़ी चुप्पी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरक्षण मुद्दे को लेकर चल रहे बवाल के बीच चुप्पी तोड़ी और कहा कि आरक्षण की सीमा को बढ़ाना हमारा लक्ष्य है.

कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेताप्रतिपक्ष राहुल गांधी के विदेशी यात्रा के दौरान दिए गए आरक्षण को लेकर सियासी गलियारों में घमासान मचा हुआ है. सत्ता पक्ष राहुल के आरक्षण वाले बयान को लेकर उनपर जमकर निशाना साध रहा है. वहीं कांग्रेस समेत विपक्ष उनके पक्ष की बाते करते नजर आ रहे हैं. ताजा जानकारी की बात की जाए तो बुधवार को नेशनल प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल गांधी ने आरक्षण वाले बयान पर चुप्पी तोड़ी और कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से दर्शाया जा रहा है.
आरक्षण की सीमा को आगे बढ़ाना उनका लक्ष्य
अपने बयान में राहुल ने यह स्प्ष्ट करते हुए कहा कि उनका और उनकी पार्टीका लक्ष्य आरक्षण को मौजूदा 50 प्रतिशत सीमा से आगे बढ़ाना है. इस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने यह भी दावा करते हुए कहा कि 'कल किसी ने मेरे बयान को गलत तरीके से पेस किया है कि मैं आरक्षम के खिलाफ हूं. लेकिन मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं आरक्षण के खिलाफ नहीं हूं. हम आरक्षण को 50 प्रतिशत की सीमा को आगे ले जायेंगे. वहीं मंगलवार को वॉशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन विश्विद्यालय में प्रस्तावित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि जब भारत एक उचित स्थान होगा तब आरक्षण समाप्त करने के बारे में सोचेगी. इस दौरान उन्होंने जातिगतजवनगणना पर भी बोलते हुए कहा कि ओबीसी, दलित और आदिवासियों सहित भारत की आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा सामाजिक भागीदारी में बाधाओं का सामना करता है. “जाति जनगणना यह जानने के लिए एक सरल अभ्यास है कि निचली जातियों, पिछड़ी जातियों और दलितों को सिस्टम में कैसे एकीकृत किया जाता है… भारत में शीर्ष 200 व्यवसायों में से, भारत की 90% आबादी के पास लगभग कोई स्वामित्व नहीं है. देश की सर्वोच्च अदालतों में भारत के 90 फीसदी लोगों की भागीदारी लगभग नहीं के बराबर है. मीडिया में, निचली जातियों, ओबीसी, दलितों की शून्य भागीदारी है.
जातिगत जनगणना पर क्या बोले राहुल गांधी
बता दें कि जातिगत जनगणना पर मंगलवार को राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि भारत एक निष्पक्ष स्थान है तो आरक्षण समाप्त करने के बारे में सोचें. राहुल के इस बयान के बाद सियासत काफी तेज हुई सत्ता पक्ष ने जमकर कांग्रेस नेता पर निशाना साधा. इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा 'राहुल गांधी की सोच देशविरोधी बन गई है, उन्होंने कहा कि देशविरोधी सोच उनकी आदत बन चुकी है. फिर वो चाहे जम्मू-कश्मीर में JNKC के देशविरोधी और आरक्षण एजेंडे का ही समर्थन करना क्यों न हो. या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गाँधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है'.