हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को झुठला रहे मोहम्मद यूनुस! सिरे से किया इनकार
बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार को पीएम मोहम्मद यूनिस ने सिरे से नकार दिया है. उनका कहना है कि केवल छोटी-मोटी हिंसा हुई थी. जिसे झूठा प्रचार करके बड़ा दिखाया जा रहा है. एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हिंदू समेत देश का कोई भी नागरिक हिंसा का शिकार न हो.

बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के राज में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की कई जानकारियां सामने आती रहती हैं. वहीं इस बीच हिंसा मामले पर बांग्लादेश के पीएम मोहम्मद यूनुस ने बयान जारी करते हुए कहा कि हिंदू समुदाय के सदस्य और देश के किसी नागरिक हिंसा का न शिकार हो हमने इसकी पूरी कोशिश की. आगे भी यह कोशिश जारी रहेगी.
वहीं इस दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के बजाए उन्होंने इस हिंसा का ठीकरा शेख हसीना की सरकार पर फोड़ डाला. उन्होंने कहा कि जब सत्ता में हमारी सरकार आई थी. उस समय बांग्लादेश पूरी तरह से सुरक्षित नहीं था. यूनुस ने कहा कि धार्मिक अल्पसंख्यकों में अनावश्यक भय फैलाने का प्रयास किया गया.
सरकार ने सभी के सहयोग से स्थिती को किया नियंत्रण
उन्होंने कहा कि देश के सभी मामलों को सरकार गंभीर रूप से जांच कर रही है. लेकिन इस बीच धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा हुई. उन्होंने कहा कि इस बारे में जो कुछ भी कहा गया वह झूठ है. उसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया है. केवल हिंसा के छोटे-मोटे मामले सामने आए थे. जो महज राजनीतक प्रयास थे. पीएम यूनुस ने कहा कि इन्हीं मामलों को धार्मिक रंग देकर देश के हालात को अस्थिर करने का प्रयास किया गया है. पर सरकार ने ऐसे मामलों को सभी की सहायता के साथ निपटा है. उदहारण देते हुए मोहम्मद यूनुस ने कहा कि आप देख सकते हैं कि सत्ता में आने के बाद देशभर में लगभग 32 हजार मंडपों में दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया.
केवल 8 प्रतिशत तक हिंदू
उन्होंने बताया कि इस दौरान सभी तैयारियों को पूरा किया गया. हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की गई. ऐसा इसलिए ताकी हिंदू सदस्य अच्छे से इस त्योहार को मना सके. दरअसल मोहम्मद यूनुस को सत्ता में आने के बाद 100 दिन पूरे हुए. ऐसे में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. जहां उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि देश की 17 करोड़ आबादी में हिंदुओं की संख्या केवल 8 प्रतिशत तक है. ऐसे में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना और हर संभव प्रयास जारी हैं.