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CDS के बयान से चिंगारी को मिली हवा! क्या ड्रैगन ने दिया ना-पाक को कंधा? कांग्रेस ने की ये डिमांड

Chief of Defence Staff (CDS) जनरल अनिल चौहान ने स्वीकार किया कि हालिया भारत-पाक टकराव में कुछ भारतीय फाइटर जेट गिराए गए. उनके इस बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है. खड़गे ने आरोप लगाया कि सरकार ने देश को गुमराह किया और अब एक विशेष सत्र बुलाकर सभी सवालों के जवाब देने चाहिए.

CDS के बयान से चिंगारी को मिली हवा! क्या ड्रैगन ने दिया ना-पाक को कंधा? कांग्रेस ने की ये डिमांड
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 1 Jun 2025 12:43 AM

क्या पाकिस्तान ने भारत के फाइटर जेट वाकई मार गिराए? कितने जेट? कब? क्यों? और क्या वाकई इस बार पाकिस्तान की रणनीति हमसे दो कदम आगे थी? पहली बार भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने इस पर बयान दिया है जिसके बाद देश भर की सियायत की हवा मिल गई और आग की तरह फैलती जा रही. जैसे ही अनिल चौहान का यह वीडियो चर्चा में आता है राजनीतिक गलियारों में मानों चिंगारी को हवा मिल गई हो. वहीं अब चर्चा तेज हो गई है क्या पाकिस्तान की मदद चीन ने की है कि नहीं तो आइए इस सब को लेकर क्या कुछ बोले हैं अनिल चौहान जानते हैं...

पाकिस्तान के साथ हालिया सैन्य टकराव के दौरान कुछ भारतीय फाइटर जेट गिराए जाने की CDS जनरल अनिल चौहान की स्वीकारोक्ति के चंद घंटे बाद ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश को गुमराह किया है और अब इस गंभीर मसले पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए.

सिंगापुर के शांग्री-ला डायलॉग के दौरान ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में जनरल चौहान ने माना कि कुछ भारतीय जेट गिरे, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि "हमने जल्दी गलतियों को सुधारा और दोबारा हमला किया.इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि “अब जबकि CDS ने खुद स्वीकार किया है कि भारत ने फाइटर जेट गंवाए, तो कई अहम सवाल खड़े होते हैं. ये सवाल केवल संसद के विशेष सत्र में ही पूछे जा सकते हैं. मोदी सरकार ने देश को गुमराह किया है. युद्ध का धुआं अब साफ हो रहा है.

CDS के बयान पर विपक्ष हमलावर?

खड़गे ने कहा कि “हमारे वायुसेना के पायलटों ने जान जोखिम में डालकर दुश्मन से लड़ा. हमने नुकसान उठाया, पर हमारे पायलट सुरक्षित रहे. CDS के मुताबिक हमने गलतियां सुधारीं और फिर दो दिन बाद दुबारा हमला किया. कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मुद्दे पर एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति से रक्षा तैयारियों की समीक्षा की मांग की है, ठीक वैसे ही जैसे 1999 के कारगिल युद्ध के बाद ‘कारगिल समीक्षा समिति’ बनी थी.

ट्रंप के दावे पर भी बरसे खड़गे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे पर भी सवाल उठाए, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम (ceasefire) कराया. खड़गे बोले-“ये 1972 के शिमला समझौते का सीधा अपमान है. क्या अब कश्मीर मुद्दे में तीसरे पक्ष की दखल मंजूर है?”

गौरतलब है कि ट्रंप के बयान से कुछ मिनट पहले ही भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने संघर्ष विराम की घोषणा की थी. भारत सरकार ने अमेरिका की भूमिका से साफ इनकार किया है और कहा कि पाकिस्तान की DGMO की अपील पर भारतीय DGMO ने संघर्षविराम को स्वीकार किया था, क्योंकि पाकिस्तान को भारी सैन्य नुकसान झेलना पड़ा.

खड़गे ने तंज कसते हुए कहा कि “जब ट्रंप इस ‘डील’ का क्रेडिट ले रहे हैं, मोदी जी चुनावी रैलियों में व्यस्त हैं। क्या भारत और पाकिस्तान को फिर से जोड़कर देखा जा रहा है? क्या शांति की शर्तों पर देश को अंधेरे में रखा जा रहा है? “140 करोड़ देशवासियों को सच जानने का हक है- मल्लिकार्जुन खड़गे'

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