क्या था वो 23 साल पुराना मर्डर केस जिसमें छोटा राजन को मिली जमानत, उम्रकैद की सजा को बॉम्बे HC ने किया रद्द
Gangster Chhota Rajan: गोल्डन क्राउन होटल की मालकिन जया शेट्टी की हत्या के आरोप में गैंगस्टर छोटा राजन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जिसे बॉम्बे HC ने रद्द करते हुए उसे जमानत दे दी है. हालांकि, अन्य आपराधिक मामलों के सिलसिले में छोटा राजन अभी जेल में ही रहेगा.

Gangster Chhota Rajan: वो साल था 2001, आज से 23 साल पहले और शहर मुंबई, जब होटल व्यवसायी जया शेट्टी की हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड ने आर्थिक राजधानी को हिलाकर रख दिया था. जया मुंबई के गामदेवी में गोल्डन क्राउन होटल की मालकिन थीं. उनकी हत्या के आरोपी गैंगस्टर छोटा राजन को मुंबई की एक विशेष अदालत ने 30 मई 2024 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जिसे बॉम्बे हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया है और इस मामले में उसे जमानत दे दी गई.
जस्टिस रेवती मोहिते डेरे और पृथ्वीराज चव्हाण की खंडपीठ ने छोटा राजन को जमानत के लिए 1 लाख रुपये का बॉन्ड भरने का निर्देश दिया. हालांकि, छोटा राजन अन्य आपराधिक मामलों के सिलसिले में जेल में ही रहेगा. कोर्ट का ये फैसला तब आया है, जब सजा सुनाए जाने के बाद छोटा राजन ने सजा के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील दायर की थी. गैंगस्टर ने मांग की थी कि सजा को निलंबित किया जाए और अंतरिम जमानत दी जाए.
क्या था पूरा मामला?
मध्य मुंबई के गामदेवी स्थित गोल्डन क्राउन होटल की मालिक जया शेट्टी की 4 मई 2001 को होटल की पहली मंजिल पर छोटा राजन गिरोह के दो कथित सदस्यों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. जांच से पता चला कि जया शेट्टी को छोटा राजन गिरोह के सदस्य हेमंत पुजारी से जबरन वसूली के लिए फोन आया था और पैसे न देने पर उसकी हत्या कर दी गई. वो वक्त भी ऐसा था कि जब मुंबई में वसूली का काम धड़ल्ले से चलता था.
छोटा राजन पर आपराधिक मामले
छोटा राजन सीनियर क्राइम जर्नलिस्ट जे डे की हत्या के लिए पहले से ही आजीवन कारावास की सजा काट रहा है. वह फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. पिछले साल केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की एक विशेष अदालत ने पुख्ता सबूतों के अभाव में छोटा राजन को मुंबई के प्रसिद्ध ट्रेड यूनियन नेता डॉ. दत्ता सामंत की बहुचर्चित हत्या की साजिश रचने के आरोप से बरी कर दिया था.
इंडोनेशिया से छोटा राजन हुआ था गिरफ्तार
डॉ. सामंत की 16 जनवरी 1997 को पद्मावती रोड पर चार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह अपनी जीप में पवई से घाटकोपर जा रहे थे. हालांकि, 2000 में इस हत्या के लिए तीन लोगों को दोषी ठहराया गया था, लेकिन राजन का नाम इस मामले में वांछित आरोपियों में शामिल था. 2015 में उसे इंडोनेशिया में गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया. उसके बाद उसके खिलाफ सभी लंबित मामले सीबीआई को सौंप दिए गए.