CDS बिपिन रावत हेलीकॉप्टर क्रेश में बड़ा खुलासा, इस वजह से हुई थी दुर्घटना
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. रक्षा रक्षा मामलों की संसदीय समिति की ताजा रिपोर्ट में इस दुर्घटना के कारणों का खुलासा किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, तीन साल पहले एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना, जिसमें भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 अन्य लोग मारे गए थे, मानवीय भूल के कारण हुई थी.

General Bipin Rawat: देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर क्रैश मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. रक्षा रक्षा मामलों की संसदीय समिति की ताजा रिपोर्ट में इस दुर्घटना के कारणों का खुलासा किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, तीन साल पहले एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना, जिसमें भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 अन्य लोग मारे गए थे, मानवीय भूल के कारण हुई थी. रिपोर्ट मंगलवार को लोकसभा में पेश की गई.
बता दें कि तमिलनाडु के कुन्नूर के पास आठ दिसंबर, 2021 को एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हादसे में देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत शहीद हुए थे. इस भीषण हादसे में जनरल रावत के अलावा उनकी पत्नी मधुलिका रावत की भी मौत हो गई थी.
मौसम के कारण हुई थी मौत?
भारतीय वायु सेना (IAF) ने जनवरी 2022 में खुलासा किया कि खराब मौसम में पायलट के भटक जाने यानी कि दिशाभ्रम होने की वजह से दुर्घटना हुई थी. IAF जांच ने दुर्घटना के संभावित कारणों के रूप में लापरवाही, यांत्रिक विफलता या तोड़फोड़ को खारिज कर दिया था. मंगलवार को लोकसभा में पेश की गई पैनल की रिपोर्ट में 2017-22 के दौरान 34 हवाई दुर्घटनाओं के कारणों को सूचीबद्ध किया गया है.
रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरक्रू की गलती के कारण 8 दिसंबर, 2021 को Mi-17 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. बेहद सुरक्षित और भरोसेमंद माने जाने वाले रूसी मूल का हेलीकॉप्टर कुन्नूर के पास दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले पूरी तरह से सेवा योग्य था. हेलीकॉप्टर कम ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था और दुर्घटना से ठीक पहले बादलों में छिप गया, यह वेलिंगटन में उतरने से बमुश्किल सात मिनट पहले हुआ था. हेलीकॉप्टर ने सुबह 11.48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी और इसे दोपहर 12.15 बजे वेलिंगटन गोल्फ कोर्स के हेलीपैड पर उतरना था. हालांकि, सुलूर में एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने उड़ान भरने के 20 मिनट बाद दोपहर 12.08 बजे हेलीकॉप्टर से संपर्क खो दिया.
घटना के समय हेलीकॉप्टर में सवार थे ये लोग
दुर्घटना में मारे गए लोगों में सीडीएस की पत्नी मधुलिका राजे सिंह रावत, उनके रक्षा सहायक ब्रिगेडियर एलएस लिडर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एमआई-17वी5 के पायलट विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, सह-पायलट स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट ऑफिसर अरकल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक बी साई तेजा शामिल थे.