बजट सत्र से पहले PM मोदी का विपक्ष पर तंज - चिंगारी को हवा देने वालों की कमी नहीं
संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है. इस सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी, जिसके बाद पहले दिन आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए आर्थिक समीक्षा पेश करेंगी

Parliament Budget Session: संसद का बजट सत्र आज शुक्रवार से शुरू हो रहा है. सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करने से होगी. बजट सत्र के पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2024-25 की आर्थिक समीक्षा पेश करेंगी. आर्थिक समीक्षा में वर्तमान वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन का आकलन किया जाएगा और आगामी आर्थिक चुनौतियों के बारे में जानकारी दी जाएगी.
इस बीच पीएम मोदी संसद के बजट सत्र को संबोधित करते हुए संबोधित किया है. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर भी तीखा वार किया है. पीएम मोदी ने कहा कि 'आज बजट सत्र के प्रारंभ में मैं समृद्धि की देवी मां लक्ष्मी को प्रणाम करता हूं. और ऐसे अवसर पर सदियों से हमारे यहां मां लक्ष्मी का पुण्य स्मरण किया जाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश की जनता ने मुझे तीसरी बार ये महत्वपूर्ण दायित्व सौंपा है और तीसरे कार्यकाल का ये पहला पूर्ण बजट है. उन्होंने मिशन मोड में काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि नारी शक्ति के गौरव को स्थापित करना है. पीएम मोदी ने कहा कि ये सत्र विकसित भारत को नई ऊर्जा देगा. विश्व के लोकतांत्रिक जगत के लिए भारत का सामर्थ्य विशेष स्थान बनाता है. विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे विकसित भारत का संकल्प देश ने जो लिया है.
आगे कहा कि 'ये बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा. देश जब आजादी के 100 साल मनाएगा, तब विकसित होकर रहेगा. पीएम मोदी ने कहा कि अपने सामुहिक प्रयास से इस संकल्प से पूर्ण करेगा. मिशन मोड में देश को सर्वांगीण विकास की दिशा में आगे बढ़ते जा रहे हैं. इनोवेशन, इनक्लूजन और इन्वेस्टमेंट, ये लगातार हमारे आर्थिक गतिविधि के रोडमैप का आधार रहा है. इस सत्र में कई ऐतिहासिक बिलों पर चर्चा होगी. इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे. देश को मजबूत करने वाले कानून बनेंगे.
'संसद में शरारत करने के लिए लोग तैयार होंगे'
बजट सत्र के पहले पीएम मोदी संबोधित करते हुए कहा कि, '2014 से लेकर अब तक शायद ये पहला संसद का सत्र है, जिसके एक दो दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की है, विदेश से आग लगाने की कोशिश नहीं हुई है. मैं 2014 से देख रहा हूं कि हर सत्र से पहले शरारत करने के लिए लोग तैयार बैठते थे और यहां उन्हें हवा देने वालों की कोई कमी नहीं है. 10 साल बाद ये पहला सत्र मैं देख रहा हूं, जिसमें किसी भी विदेशी कोने से कोई चिंगारी नहीं भड़काई गई.
आगे कहा कि '2014 के बाद से यह पहला संसदीय सत्र है जिसमें किसी बाहरी हस्तक्षेप का अनुभव नहीं हुआ है. पिछले कुछ वर्षों में, मैंने देखा है कि परेशानी पैदा करने और मुद्दों को बढ़ाने की इच्छा रखने वाले व्यक्तियों की कोई कमी नहीं है. इस बजट सत्र में सभी सांसद विकसित भारत को मजबूती देने के लिए अपना योगदान देंगे.विशेषकर जो युवा सांसद हैं, उनके लिए तो ये सुनहरा अवसर है.क्योंकि वो सदन में जितनी जागरूकता और भागीदारी बढ़ाएंगे, विकसित भारत के फल उनकी नजर के सामने देखने को मिलेंगे. इसलिए युवा सांसदों के लिए ये एक अनमोल अवसर है.