VIDEO: Russian के साथ 8 साल तक चला था रोमांस, दो बेटियों के साथ गुफा में मिली महिला को लेकर इजरायली पार्टनर ने खोले राज
कर्नाटक की एक गुफा में रह रही रूसी महिला को पुलिस ने हाल ही में खोज निकाला. जांच में पता चला कि वह बीते 8 वर्षों से एक इजराइली नागरिक के साथ प्रेम संबंध में थी और भारत में यात्रा कर रही थी. दोनों की प्रेम कहानी रोमांचक रही, लेकिन अचानक महिला गायब हो गई थी.

गोवा में शुरू हुई एक अंतरराष्ट्रीय प्रेम कहानी अब एक गहरी कस्टडी जंग और पुलिस जांच में तब्दील हो गई है. इजरायल के नागरिक डॉर गोल्डस्टीन ने अपनी रूसी साथी नीना कुटिना और अपनी दो नाबालिग बेटियों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी. यह कहानी गोवा से शुरू होकर कर्नाटक के रामतीर्था पहाड़ियों तक पहुंच गई, जहां नीना और उनकी दो बेटियां हाल ही में एक गुफा से बरामद की गईं.
करीब आठ साल पहले गोवा के अरामबोल बीच पर शुरू हुई यह प्रेम कहानी अब कानूनी जटिलताओं और मानसिक तनाव में उलझ चुकी है. दो देशों के नागरिकों के बीच यह रिश्ता अब दोनों बेटियों की संयुक्त अभिरक्षा (shared custody) और उनकी भविष्य की सुरक्षा को लेकर तकरार में बदल चुका है.
अरामबोल में हुई थी पहली मुलाकात
डॉर गोल्डस्टीन के अनुसार, अक्टूबर 2017 में गोवा यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात नीना से हुई थी. हम एक-दूसरे को पसंद करने लगे और फिर साथ रहने लगे. मैं उनके पहले साथी के दो बेटों के साथ भी वहीं रहता था लेकिन जल्द ही चीज़ें बदलने लगीं. डॉर ने आरोप लगाया कि नीना का बर्ताव बदल गया और उन्होंने उनसे पैसों की मांग शुरू कर दी. मैंने धीरे-धीरे उनसे दूरी बनाना शुरू कर दिया, क्योंकि मुझे लगने लगा कि मुझे केवल पैसों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.
ईमेल से मिला था प्रेग्नेंसी का पता, फिर हुआ दुनिया भर में सफर
जून 2018 में नीना ने उन्हें ईमेल के जरिए बताया कि वह गर्भवती हैं. उसी साल उनकी पहली बेटी का जन्म यूक्रेन में हुआ. मार्च 2019 में गोल्डस्टीन और उनकी मां यूक्रेन गए और बेटी से मुलाकात की. इसके बाद दोनों परिवार कोस्टा रिका गए, लेकिन डॉर कुछ निजी कारणों से इजरायल लौट आए. जनवरी 2020 में नीना और उनकी बेटी भारत लौट आईं और गोवा में रहने लगीं. फिर डॉर को पता चला कि नीना एक बार फिर गर्भवती हैं और मई 2020 में दूसरी बेटी का जन्म हुआ.
शिक्षा को लेकर मतभेद, बेटी से मिलने नहीं दिया
डॉर का कहना है कि उन्होंने लगातार आर्थिक मदद दी, लेकिन भारत आने से बचते रहे ताकि नीना की मानसिक प्रताड़ना से दूर रह सकें. जब मैं दिसंबर 2021 में बेटियों से मिलने भारत आया, तो देखा कि नीना उन्हें स्कूल नहीं भेजती थीं। वह औपचारिक शिक्षा के सख्त खिलाफ थीं. उन्होंने आरोप लगाया कि नीना जानबूझकर बेटियों को उनसे दूर रखती थीं और बिना बताए कई दिन गायब हो जाती थीं. डॉर ने बताया कि मैंने कई बार मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कभी अनुमति नहीं दी.
बेटे की मौत, मदद का प्रस्ताव और फिर गायब हो जाना
अक्टूबर 2024 में नीना के पहले रिश्ते से हुए बेटे की दुर्घटना में मौत हो गई. डॉर ने आर्थिक मदद की पेशकश की और पणजी के एक होटल में उनके लिए कमरा भी बुक किया। लेकिन वहां भी उन्हें बेटियों से मिलने से रोका गया. पुलिस को बताया कि, वह बेटियों को मेरे खिलाफ भड़काती रहीं. 6 नवंबर 2024 को डॉर वीज़ा रिन्यूअल के लिए नेपाल गए और 22 नवंबर को लौटे तो नीना और बेटियां गायब थीं. उन्होंने बताया कि उन्हें बाद में जानकारी मिली कि नीना बेटियों को लेकर कर्नाटक के गोकर्ण चली गई थीं.
'बेटियों की मानसिक और शारीरिक हालत को लेकर चिंतित हूं'
गोल्डस्टीन ने अपनी शिकायत में लिखा कि, मेरी बेटियां स्कूल नहीं जा रहीं, हमउम्र बच्चों से नहीं मिलतीं और केवल अपनी मां और उसके कुछ दोस्तों के संपर्क में रहती हैं. मैं उनकी ज़िंदगी में रहना चाहता हूं, आर्थिक और भावनात्मक सहयोग देना चाहता हूं. इसीलिए ये मिसिंग कंप्लेन दर्ज करवा रहा हूं ताकि मुझे उनकी सही स्थिति और ठिकाने की जानकारी मिल सके. पणजी पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत दर्ज की गई थी और कुछ तथ्यों की पुष्टि के लिए डॉर गोल्डस्टीन को बुलाया गया था. अधिकारी के मुताबिक लेकिन वो आगे पूछताछ के लिए नहीं आए.