Begin typing your search...

स्टेज पर शराब और शबाब! पूजा के नाम पर चला बार बालाओं का डांस, नशे में खूब झूमा युवक; Video Viral

बिहार के पूर्वी चंपारण के सुगौली में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान शराबी युवक बार बालाओं संग स्टेज पर नाचता और शराब पीता दिखा. वायरल वीडियो ने पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना थाने से कुछ ही दूरी पर हुई। लोगों का आरोप है कि इलाके में शराबबंदी केवल दिखावा है.

स्टेज पर शराब और शबाब! पूजा के नाम पर चला बार बालाओं का डांस, नशे में खूब झूमा युवक; Video Viral
X
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 3 Jun 2025 7:16 AM IST

बिहार के पूर्वी चंपारण में सुगौली क्षेत्र से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने राज्य सरकार की शराबबंदी नीति पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है. अहिरपट्टी गांव में एक पारंपरिक पूजा कार्यक्रम के दौरान स्टेज पर आयोजित ऑर्केस्ट्रा में एक युवक ने शराब की बोतल हाथ में लेकर बार बालाओं संग डांस किया. यह वीडियो वायरल होते ही प्रशासन की नींद टूटी और एक बार फिर यह साफ हो गया कि शराबबंदी सिर्फ कागजों पर सख्त है, जमीन पर नहीं.

बताया जा रहा है कि यह आयोजन मटकोर पूजा और 'घारी काल कथा' के मौके पर किया गया था, लेकिन भक्ति और परंपरा के इस मंच को नशे और अश्लीलता का रंग दे दिया गया. वीडियो में युवक स्टेज पर बार बालाओं के साथ थिरकते हुए नजर आ रहा है और हाथ में विदेशी शराब की बोतल भी साफ दिखाई देती है. दिलचस्प बात यह है कि ये सब सुगौली थाने से कुछ ही दूरी पर हो रहा था, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या पुलिस की निगाहें वाकई बंद थीं या जानबूझकर अनदेखी की गई?

वायरल वीडियो ने खोली कड़वी सच्चाई

वायरल वीडियो में न सिर्फ शराब पीते हुए नाच दिखाया गया, बल्कि बैकग्राउंड में अमिताभ बच्चन की फिल्म का गाना भी बज रहा था "अगर नशा शराब में होता तो नाचती बोतल!" इस व्यंग्यात्मक पंक्ति ने बिहार की शराबबंदी की विफलता को और भी व्यंग्यात्मक तरीके से उजागर कर दिया. वीडियो को स्थानीय लोगों ने सोशल मीडिया पर डाला, जिससे यह तेजी से वायरल हो गया और प्रशासन पर दबाव बना.

लोगों का भरोसा उठता प्रशासन से

स्थानीय लोगों का आरोप है कि शराब की बिक्री इलाके में खुलेआम जारी है और पुलिस महज औपचारिक कार्रवाई करके मामले को दबाने की कोशिश करती है. लोग कहते हैं कि जब थाने के पास ही ऐसा आयोजन हो सकता है, तो दूरदराज के गांवों में क्या हाल होगा? पुलिस का बयान आया है कि वह जांच कर रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन जनता का भरोसा इन बयानों से अब कमजोर पड़ता दिख रहा है.

शराबबंदी पर सख्ती या सिर्फ दिखावा?

यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि बिहार में शराबबंदी की असल तस्वीर जमीन पर कुछ और ही है. सांस्कृतिक आयोजनों की आड़ में शराब और अश्लीलता का संगम हो रहा है और पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में जरूरत इस बात की है कि सिर्फ वीडियो वायरल होने पर ही नहीं, बल्कि लगातार निगरानी और ठोस कार्रवाई से ही सरकार अपने कानून को साकार कर सकती है. वरना शराबबंदी एक राजनीतिक नारा बनकर रह जाएगी.

crimeबिहार
अगला लेख