बांग्लादेश ने भारत के त्योहारी मौसम को किया निशाना! स्वाद हो सकता है फीका
शेख हसीना की सरकार के तख्ता पलट के चलते भारत में हिलसा मछली की मांग में अचानक वृद्धि देखी जा रही है. दुर्गा पूजा के करीब आते ही, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिलसा के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है.

बांग्लादेश में हाल ही में राजनीतिक बदलाव के बाद, शेख हसीना की सरकार के तख्ता पलट के चलते भारत में हिलसा मछली की मांग में अचानक वृद्धि देखी जा रही है. दुर्गा पूजा के करीब आते ही, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिलसा के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिससे इस मछली की आपूर्ति में कमी आई है और कीमतें आसमान छूने लगी हैं.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेशी हिलसा को भारत तक पहुँचाने का रास्ता म्यांमार के माध्यम से मिल गया है, हालांकि इसकी कीमतें काफी बढ़ गई हैं. सीआर पार्क के एक मछली विक्रेता ने बताया कि गाजीपुर थोक बाजार से प्राप्त जानकारी के अनुसार, बांग्लादेश से आने वाली हिलसा अब म्यांमार के रास्ते भारत पहुंच रही है, जिसके चलते इसकी कीमतें बढ़ गई हैं.
बांग्लादेशी हिलसा पर रोक
मछली विक्रेता ने कहा कि फिलहाल 1-1.3 किलोग्राम की हिलसा मछली की कीमत 2,200 से 2,400 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि कुछ महीने पहले यह 1,800 से 2,000 रुपये प्रति किलोग्राम थी. दुर्गा पूजा के समय पर हिलसा की उपलब्धता तो बनी रहेगी, लेकिन आपूर्ति की समस्याओं के कारण कीमतें और बढ़ सकती हैं.
वहीं ये प्रतिबंध बांग्लादेश की ओर से भारत, खासकर पश्चिम बंगाल में त्यौहारों के मौसम में पद्मा इलिश की बड़ी खेप भेजने की लंबे समय से चली आ रही परंपरा से अलग है क्योंकि ये आवामी लीग की नेता शेख हसीना की गुरु की गई सद्भावनापूर्ण प्रथा थी. हालांकि बांग्लादेश ने साल 2012 से 2020 तक हिल्सा के निर्यात पर सामान्य प्रतिबंध लगाया था, लेकिन उसने भारत के लिए ये बैन हटा रखा था.