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एशिया में भारत के इस शहर का ट्रैफिक सबसे खराब! व्यस्त समय में भी 132 घंटे अधिक जाम

बेंगलुरु को एशिया के सबसे खराब यातायात वाले शहरों में से एक माना गया है. बेंगलुरु का ट्रैफिक वास्तव में एक गंभीर समस्या बन चुका है. इस शहर की तेजी से बढ़ती आबादी और सड़क निर्माण में हो रही देरी ने यहां के ट्रैफिक को और जटिल बना दिया है.

एशिया में भारत के इस शहर का ट्रैफिक सबसे खराब! व्यस्त समय में भी 132 घंटे अधिक जाम
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( Image Source:  ani )

2023 के टॉमटॉम ट्रैफिक इंडेक्स के अनुसार, बेंगलुरु को एशिया के सबसे खराब यातायात वाले शहरों में से एक माना गया है. यहां के ड्राइवरों को मात्र 10 किलोमीटर की यात्रा तय करने में औसतन 28 मिनट और 10 सेकंड का समय लगता है. इसका मतलब है कि बेंगलुरु के निवासी हर साल करीब 132 अतिरिक्त घंटे ट्रैफिक में फंसे रहते हैं. यह स्थिति शहर में लगातार बढ़ती जनसंख्या और बुनियादी ढांचे के विकास में हो रही धीमी प्रगति की ओर इशारा करती है.

क्या बेंगलुरु की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा?

बेंगलुरु का ट्रैफिक वास्तव में एक गंभीर समस्या बन चुका है. इस शहर की तेजी से बढ़ती आबादी और सड़क निर्माण में हो रही देरी ने यहां के ट्रैफिक को और जटिल बना दिया है. ट्रैफिक प्रबंधन के लिए किए गए तमाम प्रयासों के बावजूद, बेंगलुरु की सड़कों की गति एशिया के अन्य शहरों की तुलना में बहुत धीमी है.

भारत में अन्य शहरों की तुलना

टॉमटॉम ट्रैफिक इंडेक्स के आंकड़ों के अनुसार, पश्चिमी भारत का शहर पुणे भी बहुत पीछे नहीं है. यहां के ड्राइवर 10 किलोमीटर की यात्रा करने में औसतन 27 मिनट और 50 सेकंड का समय खर्च करते हैं. इसके बाद, फिलीपींस का मनीला (27 मिनट और 20 सेकंड) और ताइवान का ताइचुंग (26 मिनट और 50 सेकंड) आते हैं. इन शहरों में भी ट्रैफिक की समस्या काफी गंभीर है, और बेंगलुरु का अनुभव इसे दर्शाता है कि शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक प्रबंधन के उपायों की सख्त जरूरत है.

टॉमटॉम ट्रैफिक इंडेक्स

टॉमटॉम ट्रैफिक इंडेक्स दुनिया भर के 55 देशों और 387 शहरों का ट्रैफिक, औसत यात्रा समय, ईंधन लागत और CO2 उत्सर्जन के आधार पर मूल्यांकन करता है. यह डेटा न केवल ड्राइवरों, पैदल यात्रियों, और कार नीति निर्माताओं के लिए उपयोगी है, बल्कि शहर के योजनाकारों और ट्रैफिक प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों के लिए भी अहम जानकारी प्रदान करता है. यह इंडेक्स उन शहरों के लिए बहुत सहायक हो सकता है जो रोजमर्रा की ट्रैफिक समस्याओं से जूझ रहे हैं और सुधार की दिशा में कदम उठाना चाहते हैं.

2022 में लंदन का ट्रैफिक

वैश्विक ट्रैफिक स्थिति का विश्लेषण करते हुए, पिछले साल लंदन को सबसे धीमा शहर केंद्र माना गया था. वहां ड्राइवरों को 10 किलोमीटर की यात्रा करने में औसतन 37 मिनट और 20 सेकंड का समय लगता था. इस आंकड़े से यह साफ होता है कि बड़े शहरी केंद्रों में ट्रैफिक समस्या कितनी गंभीर हो सकती है, और इन शहरों में सुधार के लिए और भी ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.

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