कैब ड्राइवर का खौफनाक कारनामा: 12 साल की बेटी के सामने पत्नी की चाकू से गोदकर हत्या, पूछताछ से पहले पुलिस...
Bangalore News: बेंगलुरु के सुनकादकट्टे बस स्टैंड के पास एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया. कैब ड्राइवर ने अपनी पत्नी को बेटी की आंखों के सामने बेरहमी से 11 बार चाकू मारकर हत्या कर दी. घटना के तुरंत बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 12 साल की नाबालिग बेटी पूरे वारदात को देखती रही. अब उसका रो-रोकर बुरा हाल है और वह सदमे से अभी तक बाहर नहीं निकल पाई है.

Bangalore Crime News: बेंगलुरु में एक 32 वर्षीय टेलीकॉलर को उसके पति ने सरेआम चाकू मार दिया. इस घटना को पति ने हैवानियत के साथ उसकी नाबालिग बेटी के सामने अंजाम दिया. आरोपी शख्स और मृतक महिला की यह दूसरी शादी थी. दोनों एक ही कॉल सेंटर में काम करते थे. इसके अलावा, पुलिस एक ऐसे व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने कथित तौर पर संपत्ति के लिए अपने पिता की हत्या (Murder) कर दी थी. सीसीटीवी फुटेज से क्राइम का खुलासा होने के बाद उसका एक साथी पहले ही हिरासत में है.
स्थानीय लोगों ने घटना की निंदा की और घटना के बाद इलाके में तनाव की स्थिति है. परिवार और पड़ोसियों ने कहा कि यह पूरी घटना बहुत ही दर्दनाक और शॉकिंग है.
चन्नारायपटना की रहने वाली है पीड़िता
यह घटना बेंगलुरु में सोमवार को घटित हुई. मगदी रोड पर सुनकादकट्टे बस स्टैंड के पास पीड़ित महिला अपनी 12 वर्षीय बेटी के साथ सड़क क्रॉस कर रही थी. अचानक उसका पति सामने आया. किसी बात को लेकर दोनों में तीखी बहस हो गई. उसके बाद आरोपी अपना आपा खो बैठा और पत्नी पर धारदार चाकू से जानलेवा हमला बोल दिया. बेटी की मौजूदगी में उस पर 11 बार हमला बोला. कथित तौर पर 11 बार चाकू मारे जाने के बाद 32 वर्षीय टेलीकॉलर की मौत हो गई.
मृतक महिला का नाम के. रेखा है. वह दो बेटियों की मां थी. के. रेखा मूल रूप से हसन के चन्नारायपटना की रहने वाली थी. उन्होंने तुमकुरु जिले के सिरा निवासी लोहिताश्व से शादी की थी और दोनों केबेहल्ली में रहते थे. रेखा, जो मगदी रोड स्थित एक कॉल सेंटर में काम करती थी, ने लोहिताश्व की नौकरी की सिफारिश की थी और वह उसी ऑफिस में कैब ड्राइवर के रूप में काम करता था. प्रारंभिक पुलिस जांच से पता चला है कि रेखा और लोहिताश्व दोनों की यह दूसरी शादी थी.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह हमला उस समय हुआ जब रेखा और उसकी बड़ी बेटी सड़क पार करने का इंतजार कर रही थी. बेंगलुरु पुलिस के मुताबिक, "लोहिताश्व अचानक सामने आया, उसके पास खड़ा हो गया और दोनों के बीच तीखी बहस हुई. एक समय लोहिताश्व ने अपना आपा खो दिया, रेखा को जोर-जोर से गालियां दीं और फिर चाकू निकालकर उस पर बार-बार वार करने लगा."
घटना को रोकने में नाकाम रही बेटी
बेटी ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही. इससे पहले कि लोग मदद के लिए दौड़ते, लोहिताश्व मौके से भाग गया. पुलिस ने बताया कि रेखा को बुरी तरह खून बह रहा था और उसे पास के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
अभी तक सदमे में बेटी
सदमे में डूबी बड़ी बेटी ने पुलिस को बताया कि उसे बस इतना पता था कि लोहिताश्व और रेखा के बीच किसी बात को लेकर अक्सर झगड़ा होता रहता था. पुलिस ने कहा, "हमें आगे कोई सवाल पूछने से पहले उसकी काउंसलिंग करानी होगी. वह इस मामले की एक अहम चश्मदीद गवाह है और उसके बयान बेहद अहम हैं." दंपति की नौ साल की दूसरी बेटी रेखा के माता-पिता के साथ चन्नारायपटना में रहती है.