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प्‍यार के लिए पर्चा लीक! लड़की के चक्‍कर में सस्‍पेंड हुआ गोवा यूनिवर्सिटी का फिजिक्‍स प्रोफेसर

गोवा यूनिवर्सिटी में पेपर लीक करने के मामले में एक असिस्‍टेंट प्रोफेसर को सस्‍पेंड कर दिया गया है. आरोप है कि प्रोफसर ने छात्रा को परीक्षा से पहले ही पेपर दे दिया था. मामले के सामने आने के बाद छात्र संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया जिसके बाद यूनि‍वर्सिटी ने यह कार्रवाई की है.

प्‍यार के लिए पर्चा लीक! लड़की के चक्‍कर में सस्‍पेंड हुआ गोवा यूनिवर्सिटी का फिजिक्‍स प्रोफेसर
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प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 19 March 2025 2:20 PM

'दिल है कि मानता नहीं...', है तो यह मशहूर फिल्‍मी गाना, लेकिन असल जीवन में भी इसे कई लोग हकीकत बना रहे हैं. ऐसा ही एक मामला गोवा से सामने आया है जहां, कथित रूप से एक छात्रा के प्‍यार में पड़े एक प्रोफेसर ने ऐसी हरकत कर दी कि यूनिवर्सिटी को उसे सस्‍पेंड तक करना पड़ गया. जी हां, प्रोफेसार साहब शायद छात्रा पर इतने लट्टू थे कि उन्‍होंने उसे परीक्षा से पहले ही पेपर दे दिया. पेपर लीक के मामले का खुलासा होने के बाद गोवा विश्वविद्यालय ने भौतिकी विभाग के एक सहायक प्रोफेसर को निलंबित कर दिया. मामले की जांच अब भी जारी है.

आधिकारिक आदेश में कुलपति हरिलाल मेनन ने स्कूल ऑफ फिजिकल एंड एप्लाइड साइंसेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रणव नाइक को निलंबित करने की पुष्टि की है और मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति बनाई गई हो जो 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी.

अब तक दर्ज नहीं हुई FIR

बता दें कि पेपर लीक की खबर मीडिया में सामने आने के बाद पुलिस में इसे लेकर दो शिकायतें दर्ज कराई गईं थीं. पहली शिकायत कार्यकर्ता काशीनाथ शेटे और अन्य नागरिकों ने रविवार को दर्ज कराई, जबकि कांग्रेस से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) ने सोमवार को अगासैम पुलिस स्टेशन में दूसरी शिकायत दर्ज कराई. हालांकि, पुलिस ने अभी तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की है.

एबीवीपी ने किया प्रदर्शन

आरोपों के लेकर एबीवीपी ने कुलपति कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया. जवाब में कुलपति मेनन ने पेपर लीक के बारे में कोई औपचारिक शिकायत मिलने से इनकार किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी छात्र या फैकल्‍टी के सदस्‍य ने कथित लीक के बारे में विश्वविद्यालय से संपर्क नहीं किया है.

गड़बड़ से इनकार करते रहे VC

शुरुआत में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार करने के बावजूद मेनन ने मीडिया रिपोर्ट और पुलिस शिकायतों को स्वीकार किया और फैक्‍ट फाइंडिंग कमेटी गठित करने का फैसला किया. उन्होंने कहा, "मैं मानता हूं कि जहां धुआं है, वहां आग भी है... और अगर आरोपों में सच्चाई है, तो हम कानूनी कार्रवाई और अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे."

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