तिरुपति मंदिर में फिर हादसा: लड्डू काउंटर के पास लगी आग, मची अफरातफरी
यह घटना 10 दिवसीय बैकुंठ द्वार दर्शनम उत्सव के दौरान हुई, जब देशभर से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे हुए थे. 8 जनवरी को हुई घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, लेकिन लड्डू वितरण केंद्र पर लगी आग ने फिर से व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

तिरुपति तिरुमला देवस्थानम मंदिर में कुछ ही दिनों के अंतराल में एक और हादसा हो गया है. सोमवार को लड्डू वितरण केंद्र के पास अचानक आग लग गई, जब काउंटर के पास बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. फ़िलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है. प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीमें तेजी से आग बुझाने में जुटी हुई है.
यह घटना 10 दिवसीय बैकुंठ द्वार दर्शनम उत्सव के दौरान हुई, जब देशभर से हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे हुए थे. 8 जनवरी को हुई घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, लेकिन लड्डू वितरण केंद्र पर लगी आग ने फिर से व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
हादसे में 6 लोगों की हुई थी मौत
बता दें, यह हादसा उस समय हुआ है जब 8 जनवरी को हुई भगदड़ के चलते मंदिर में पहले से ही हाई अलर्ट जारी है. 8 जनवरी को बैरागी पट्टेदा क्षेत्र में भगदड़ मचने से 6 लोगों की मौत हो गई थी और 40 लोग घायल हुए थे. यह भगदड़ उस वक्त हुई, जब श्रद्धालु बैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए टिकट लेने के लिए उमड़ पड़े थे.
हादसे पर मुआवजे का हुआ था ऐलान
8 जनवरी को हुए हादसे पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए घायलों के लिए राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. पीएम मोदी ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं. सीएम नायडू ने मृतकों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देने और परिजनों को सरकारी नौकरी प्रदान करने की घोषणा की. साथ ही, इस गंभीर दुर्घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए. हादसे के बाद की कार्रवाई में कई अधिकारियों को निलंबित और स्थानांतरित कर दिया गया.