आंध्र प्रदेश में बनेंगे IT डेवलोपमेंट सेंटर व 20 नए होटल, टाटा ग्रुप 10,000 लोगों को देगी रोजगार
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने राज्य के विकास में टाटा ग्रुप की भूमिका पर जोर दिया. नायडू ने टाटा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन चंद्रशेखरन के साथ बैठक में दिवंगत रतन टाटा की विरासत की सराहना की और उनके योगदान की प्रशंसा की. नायडू ने घोषणा की कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) विशाखापत्तनम में एक नया आईटी डेवलपमेंट सेंटर स्थापित करने की योजना बना रही है, जिससे 10,000 नौकरियां उत्पन्न हो सकती हैं.

टाटा ग्रुप ने आंध्र प्रदेश में एक बड़ी निवेश योजना के तहत विजाग (विशाखापत्तनम) में एक आईटी डेवलपमेंट सेंटर बनाने और राज्य में अपने हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री का विस्तार करने की घोषणा की है. इसके साथ ही, ग्रुप ने अपनी होटलों की चेन को बढ़ाते हुए 20 नए होटलों को बनाने की योजना बनाई है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने टाटा ग्रुप के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के साथ इस आशय की बैठक के बाद यह जानकारी शेयर की.
टाटा ग्रुप और आंध्र प्रदेश सरकार की कोशिश
मुख्यमंत्री नायडू ने "एक्स" पर एक पोस्ट में इस पहल का स्वागत किया. उन्होंने लिखा कि टाटा ग्रुप राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण साझेदार है. इस बैठक में दोनों पक्षों ने आंध्र प्रदेश में विकास के मेन क्षेत्रों पर चर्चा की, जहां राज्य सरकार और टाटा ग्रुप मिलकर काम कर सकते हैं.
विजाग में आईटी डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना से लगभग 10,000 नए रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है. इसके अलावा, टाटा ग्रुप की हॉस्पिटैलिटी कंपनी, इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL), आंध्र प्रदेश में अपने होटल ब्रांडों - ताज, विवांता, गेटवे, सेलेक्शंस और जिंजर की स्थापना का भी विचार है . इन सभी योजनाओं के साथ एक विशाल कंवेंशन सेंटर भी तैयार करने का विचार है.
क्लीन एनर्जी सेक्टर में भी टाटा ग्रुप का बड़ा कदम
टाटा ग्रुप ने राज्य में क्लीन एनर्जी के सेक्टर में अपनी उपस्थिति मजबूत करने का भी फैसला किया है. वे 5 गीगावाट की क्षमता वाली ओलर और विंड प्रोजेक्ट्स में निवेश करेंगे, जिसमें 40,000 करोड़ रुपये तक का इंवेस्टमेंट हो सकता है. यह प्रोजेक्ट्स राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ एनवायरनमेंट प्रोटेक्शन में भी जरूरी योगदान देगी.
टाटा ग्रुप ने आंध्र प्रदेश में अच्छी सेवाओं के सुधार के लिए डीप टेक्नोलॉजी और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित समाधानों पर काम करने की संभावनाओं को भी तलाशा है. इस सहयोग के माध्यम से राज्य में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी और आम जनता के लिए स्वास्थ्य सेवा में सुधार होगा.
'गोल्डन आंध्र प्रदेश 2047' पहल के तहत विकास का नया रोडमैप
मुख्यमंत्री नायडू ने 'गोल्डन आंध्र प्रदेश 2047' नामक एक नई पहल की भी शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य राज्य के आर्थिक विकास के लिए एक लांग टर्म योजना तैयार करना है. इसके अंतर्गत, विभिन्न इंडस्ट्री सेक्टर के एक्सपर्ट और इंडस्ट्री जगत के नेताओं के साथ बातचीत की जाएगी.
इस योजना में इंफ्रास्टक्चर की जरूरतों का आकलन, पॉलिसी की रिकमेंडेशन, और राज्य में नए निवेशों को आकर्षित करना शामिल होगा. इसके साथ ही, 2030 और 2047 तक आंध्र प्रदेश के व्यापक विकास के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाएगा, जो राज्य को एक आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित करेगा.