राहुल गांधी के आरक्षण खत्म करने वाले बयान पर BJP का पलटवार, 'यह उनकी विभाजनकारी सोच को दर्शाता है'
राहुल गांधी के आरक्षण खत्म करने वाले बयान पर सियासत गर्मा गई है. इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री ने उनके इस बयान को विभाजनकारी सोच बताया है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपनी विदेश यात्रा में जातिगत जनगणना को लेकर बयान जारी किया. कांग्रेस नेता के इस बयान पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि देशविरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है. शाह ने कहा कि उनका यह बयान गांधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है. दरअसल अपने बयान में राहुल गांधी ने कहा था कि हमें आरक्षण खत्म करने के बारे में तभी विचार करना चाहिए जब भारत एक निष्पक्ष स्थान बन जाए, उन्होंने कहा कि भारत इस समय उचित स्थान पर नहीं है. वहीं राहुल गांधी के इस बयान का सत्ता पक्ष जमकर विरोध कर रहा है.
देश को तोड़ने की राहुल गांधी की आदत बन गई है
केंद्रीय गृह मंत्री ने एक्स पर कहा कि देश के विरोध में बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होना राहुल गाँधी और कांग्रेस पार्टी की आदत सी बन गई है. चाहे जम्मू-कश्मीर में JKNC के देशविरोधी और आरक्षण विरोधी एजेंडे का समर्थन करना हो, या फिर विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें करनी हो, राहुल गाँधी ने देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है. उन्होंने कहा कि भाषा से भाषा, क्षेत्र से क्षेत्र और धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गाँधी की विभाजनकारी सोच को दर्शाता है.शाह ने कहा कि राहुल गाँधी ने देश से आरक्षण को समाप्त करने की बात कह कर कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा एक बार फिर से देश के सामने लाने का काम किया है. मन में पड़े विचार और सोच किसी न किसी माध्यम से 'क्षेत्र से क्षेत्र-धर्म से धर्म में भेदभाव लाने की बात करना राहुल गाँधी की विभाजनकारी सोच दर्शाता है' बाहर आ ही जाते हैं.मैं राहुल गाँधी को बताना चाहता हूँ कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई छू भी नहीं सकता और देश की एकता के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता.
बसपा सुप्रीमों ने किया राहुल गांधी पर वार
इस संबंध में बसपा सुप्रीमों ने भी राहुल के इस बयान को गलत बयानबाजी बताया है. सोशल मीडिया पर एक्स पर लिखते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी की अब यह सफाई कि वे आरक्षण के विरुद्ध नहीं हैं स्पष्टतः गुमराह करने वाली गलतबयानी. केन्द्र में बीजेपी से पहले इनकी 10 साल रही सरकार में उनकी सक्रियता में इन्होंने सपा के साथ मिलकर SC/ST का पदोन्नति में आरक्षण बिल पास नहीं होने दिया इसका यह प्रमाण है.
उन्होंने कहा कि इनके द्वारा देश में आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाने की बात भी छलावा, क्योंकि इस मामले में अगर इनकी नीयत साफ होती तो कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों में यह कार्य जरूर कर लिया गया होता। कांग्रेस ने न तो ओबीसी आरक्षण लागू किया और न ही SC/ST आरक्षण को सही से लागू किया. इससे स्पष्ट है कि जब कांग्रेस सत्ता में नहीं होती है तो इन उपेक्षित SC/ST/OBC वर्गों के वोट के स्वार्थ की खातिर इनके हित व कल्याण की बड़ी-बड़ी बातें करती है, लेकिन जब सत्ता में रहती है तो इनके हित के विरुद्ध लगातार कार्य करती है. ये लोग इनके इस षडयंत्र से सजग रहें.