Begin typing your search...

'ॐ अपवित्रः पवित्रो वा...', तिरुपति मंदिर का हुआ 'शुद्धिकरण', चार घंटे तक चला अनुष्ठान

Tirupati laddu row: तिरुपति मंदिर में लड्डू विवाद के बीच पुजारियों ने परिसर का 'शुद्धिकरण' किया है. इस दौरान चार घंटे तक मंदिर में अनुष्ठान चला. इसे हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक माना जाता है. लड्डू के घी में जानवरों की चर्बी पाए जाने पर मंदिर की शुद्धता पर सवाल उठाए जा रहे थे.

ॐ अपवित्रः पवित्रो वा..., तिरुपति मंदिर का हुआ शुद्धिकरण, चार घंटे तक चला अनुष्ठान
X
Tirupati laddu row
सचिन सिंह
By: सचिन सिंह

Published on: 23 Sept 2024 6:00 PM

Tirupati laddu row: आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर मंदिर का 'शुद्धिकरण' किया गया. यह 'शुद्धिकरण' मंदिर के बनने वाले प्रसाद लड्डू की घी में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल मिलने के बाद किया गया है. यह प्रसाद भक्तों में काफी प्रचलित था. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के कार्यकारी अधिकारी शमाला राव और बोर्ड के अन्य अधिकारियों ने पुजारियों के साथ होमम में भाग लिया.

तिरुपति मंदिर में वहां के पुजारियों ने महा शनि होमम किया, जिसका अनुष्ठान पूरे 4 घंटो तक चला. अनुष्ठान के बाद मुख्य पुजारी कृष्ण शेषाचल दीक्षितुलु ने कहा, 'सब कुछ शुद्ध हो गया है... मैं सभी भक्तों से अनुरोध करता हूं कि वे अब और चिंता न करें. आइए दर्शन करें और प्रसाद अपने घर ले जाएं...'

चार घंटे तक चला 'शुद्धिकरण' का अनुष्ठान

मंदिर को चलाने वाले सरकारी ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी श्यामला राव ने कहा कि सुबह 6 बजे से शुरू होकर चार घंटे तक अनुष्ठान चला, जिसमें लड्डू बनाने वाली रसोई पर विशेष ध्यान दिया गया. उन्होंने यह भी कहा कि शुद्ध गाय के घी की खरीद की नई प्रणाली को बदल दिया गया है और इससे मंदिर के लड्डू और अन्य प्रसाद का स्वाद बेहतर हो गया है.'

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गुजरात की 17 जुलाई की प्रयोगशाला रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि मंदिर की रसोई से लिए गए घी के नमूनों में जानवरों की चर्बी पाई गई थी. सीएम ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष पुलिस दल को आदेश दिया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने मामले को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा है कि तिरुपति मंदिर और हिंदू आस्था के साथ खिलवाड़ के इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाएगा और इसकी जांच की जाएगी.

सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर

मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई है , जिसमें घी में पशु वसा के कथित प्रयोग की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित करने की मांग की गई है. इसमें कहा गया है कि यह संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है, जो सभी भारतीयों को धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार देता है.

मंदिर की रसोई में रोजाना करीब तीन लाख लड्डू बनाए जाते हैं, जिसमें करीब 1,500 किलो घी और भारी मात्रा में काजू, किशमिश, इलायची, बेसन और चीनी का इस्तेमाल होता है. सामने आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि घी तमिलनाडु के डिंडीगुल के एक सप्लायर से खरीदा गया था.

India
अगला लेख