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'साहेब ने तोड़ा है परिवार और राजनीति को...', बारामती में अजित पवार हुए भावुक, बिखरने का छलका दर्द

Ajit Pawar to Sharad Pawar: अजित पवार ने रैली के दौरान कहा कि बारामती में काफी विकास हुआ है, फिर भी लोगों को इस विषय पर उनसे सवाल करने का अधिकार है. इस दौरान वह अपने चाचा शरद पवार पर आक्रामक रहे और भावुक नजर आए.  

साहेब ने तोड़ा है परिवार और राजनीति को..., बारामती में अजित पवार हुए भावुक, बिखरने का छलका दर्द
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Ajit Pawar to Sharad Pawar
( Image Source:  ANI )
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 28 Oct 2024 6:26 PM IST

Ajit Pawar to Sharad Pawar: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी चीफ अजित पवार बारामती में एक रैली को संबोधित करते हुए भावुक हो गए. इस दौरान उन्होंने शरद पवार पर परिवार में फूट डालने का आरोप लगाया. उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें राजनीति को इतने निचले स्तर पर नहीं ले जाना चाहिए और उनके खिलाफ उम्मीदवार खड़ा किया.

अजित पवार ने कहा, 'मैंने पहले गलती की थी, लेकिन ऐसा लगता है कि अब दूसरे लोग भी गलती कर रहे हैं. मेरा परिवार और मैं पहले बारामती में पर्चा दाखिल करने के लिए सहमत हुए थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. चुनौतियों के बावजूद हम स्थिति को सुधारने में कामयाब रहे. मेरी मां ने बहुत सहयोग किया और यहां तक कि उन्होंने सलाह दी कि उन्हें अजित पवार के खिलाफ किसी को भी नामांकित नहीं करना चाहिए.

अजित पवार का साहेब पर आरोप

उन्होंने आगे कहा, 'हालांकि, मुझे बताया गया कि साहेब (शरद पवार) ने किसी को मेरे खिलाफ नामांकन दाखिल करने का निर्देश दिया. साहेब ने परिवार के भीतर फूट पैदा की. मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि राजनीति को इतने निचले स्तर पर नहीं लाया जाना चाहिए क्योंकि पीढ़ियों को एक होने में समय लगता है और परिवार को तोड़ने में एक पल भी नहीं लगता.'

भतीजे के खिलाफ खड़े होंगे अजित पवार

अजित पवार अपने भतीजे और शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार के खिलाफ मैदान में हैं. अजित पवार अपनी बहन सुप्रिया सुले से लोकसभा सीट हार गए थे. यहां फिर से चाचा-भतीजे की लड़ाई देखने को मिलेगी. इसके बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बारामती में अपनी ताकत साबित करने के लिए उत्सुक होंगे. अजित पवार ने यहां बारामती सीट से अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद थे. इस वजह से बारामती का मुकाबला बहुत तीखा होने वाला है. अजित पवार ने पहले भी कई दफा दोहराया है कि राजनीति को परिवार तक नहीं लाया जाना चाहिए.

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