अहमदाबाद में 37 साल पहले भी प्लेन हुआ था क्रैश, 133 लोगों की गई थी जान; भारत में कब-कब हुए दिल दहलाने वाले विमान हादसे?
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हो गया, जिसमें 242 लोग सवार थे. इससे पहले, भी अहमदाबाद में 37 साल पहले एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें सवार 135 लोगों में से 133 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा भी, भारत में कई विमान हादसे हुए हैं, जिनमें सबसे घातक 1996 का चरखी दादरी मिड-एयर टकराव (349 मौत) और 1985 का एयर इंडिया फ्लाइट 182 बम विस्फोट (329 मौत) शामिल हैं.

Plane Crashes in India: एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, जो अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रही थी, 12 जून को टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस बोइंग 787 ड्रीमलाइनर में 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, और 1 कनाडाई नागरिक शामिल थे. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इस विमान में सवार थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थिति का जायजा लिया और तत्काल बचाव व राहत कार्यों का आदेश दिया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू अहमदाबाद के लिए रवाना हुए.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई नेताओं ने हादसे पर शोक व्यक्त किया. हादसे के बाद बोइंग के शेयरों में 8% की गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर का पहला रिकॉर्डेड हादसा है. एयर इंडिया ने यात्रियों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800 5691 444 जारी किया है. वहीं, अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं.
भारत में पहले भी हो चुके हैं बड़े विमान हादसे
भारत में कई बड़े विमान हादसे हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. यह सिलसिला 1951 से शुरू हुआ है. आइए, इन सबके बारे में विस्तार से जानते हैं...
24 जून 1951: एयर इंडिया फ्लाइट (लॉकहीड कॉन्स्टेलेशन)
- स्थान: बेंगलुरु, कर्नाटक
- मौत: 29 (सभी सवार)
- हादसे की वजह: यह एक गैर-निर्धारित उड़ान थी, जो भारी बारिश और खराब दृश्यता के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई.
11 अप्रैल 1955: एयर इंडिया फ्लाइट 'कश्मीर प्रिंसेस' (लॉकहीड L-749A कॉन्स्टेलेशन)
- स्थान: दक्षिण चीन सागर (भारत से बाहर, लेकिन भारतीय विमान)
- मौत: 16
- वजह: यह विमान हांगकांग से जकार्ता जा रहा था. एक बम विस्फोट के कारण यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह हमला चीनी प्रतिनिधिमंडल को निशाना बनाने के लिए किया गया था.
19 जुलाई 1960: एयर इंडिया फ्लाइट 103 (बोइंग 707)
- स्थान: बांद्रा, मुंबई के पास अरब सागर
- मौत: 33 (सभी सवार)
- वजह: टेकऑफ के तुरंत बाद इंजन की खराबी और खराब मौसम के कारण विमान समुद्र में गिर गया.
7 जुलाई 1962: अलिटालिया फ्लाइट 771 (डगलस DC-8)
- स्थान: जुन्नार, महाराष्ट्र
- मौत: 94 (सभी सवार)
- वजह: नेविगेशन त्रुटि के कारण विमान ऊंचे इलाके से टकरा गया.
24 जनवरी 1966: एयर इंडिया फ्लाइट 101 (बोइंग 707)
- स्थान: मॉन्ट ब्लांक, फ्रांस (भारत से बाहर, लेकिन भारतीय विमान)
- मौत: 117 (सभी सवार)
- वजह: पायलट और जिनेवा एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच गलत संचार के कारण विमान मॉन्ट ब्लांक पर्वत से टकरा गया. इस हादसे में प्रमुख भारतीय परमाणु वैज्ञानिक होमी जहांगीर भाभा की मौत हुई थी.
21 फरवरी 1969: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट (फोकर F27 फ्रेंडशिप)
- स्थान: दिल्ली
- मौत: 44
- वजह: खराब मौसम और पायलट त्रुटि के कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
29 अगस्त 1970: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट (फोकर F27 फ्रेंडशिप)
- स्थान: सिलचर, असम
- मौत: 39
- वजह: लैंडिंग के दौरान विमान रनवे से फिसल गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
11 अगस्त 1972: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट (फोकर F27 फ्रेंडशिप)
- स्थान: पालम, दिल्ली
- मौत: 18
- वजह: टेकऑफ के दौरान तकनीकी खराबी और पायलट त्रुटि के कारण दुर्घटना हुई.
31 मई 1973: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 440 (बोइंग 737)
- स्थान: दिल्ली
- मौत: 48
- वजह: लैंडिंग के दौरान खराब दृश्यता और पायलट त्रुटि के कारण विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में कांग्रेस नेता सुरेंद्र मोहन कुमारमंगलम की मौत हो गई थी.
1 जनवरी 1978: एयर इंडिया फ्लाइट 855 (बोइंग 747)
- स्थान: मुंबई के पास अरब सागर
- मौत: 213 (सभी सवार)
- वजह: टेकऑफ के 101 सेकंड बाद विमान में इंस्ट्रूमेंट (Attitude Director Indicator) की खराबी के कारण पायलट को विमान की स्थिति का पता नहीं चला, जिससे वह समुद्र में गिर गया. जांच में पायलट त्रुटि को भी जिम्मेदार ठहराया गया.
23 जून 1985: एयर इंडिया फ्लाइट 182 'कनिष्का' (बोइंग 747)
- स्थान: आयरलैंड के तट पर अटलांटिक महासागर (भारत से बाहर, लेकिन भारतीय विमान)
- मौत: 329 (सभी सवार)
- वजह: यह विमान टोरंटो से लंदन और फिर मुंबई जा रहा था, जब सिख उग्रवादियों द्वारा किए गए बम विस्फोट के कारण यह हवा में ही नष्ट हो गया. यह कनाडा के इतिहास में सबसे बड़ा सामूहिक हत्या का मामला और 9/11 हमलों तक सबसे घातक विमानन आतंकी हमला था.
19 अक्टूबर 1988: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 113 (बोइंग 737)
- स्थान: अहमदाबाद, गुजरात
- मौत: 133 (135 में से)
- वजह: खराब दृश्यता के कारण लैंडिंग के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. केवल दो लोग बचे थे.
14 फरवरी 1990: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 605 (एयरबस A320)
- स्थान: बेंगलुरु, कर्नाटक (HAL हवाई अड्डा)
- मौत: 92 (146 में से)
- वजह: लैंडिंग के दौरान समय से पहले उतरने के कारण विमान रनवे से पहले टकरा गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
26 अप्रैल 1993: इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट 491 (बोइंग 737-2A8)
- स्थान: औरंगाबाद, महाराष्ट्र
- मौत: 55 (118 में से)
- वजह: टेकऑफ के दौरान रनवे पर एक ट्रक से टकराने के कारण विमान अनियंत्रित हो गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
12 नवंबर 1996: चरखी दादरी मिड-एयर टकराव
- स्थान: चरखी दादरी, हरियाणा
- मौत: 349 (सभी सवार, सऊदी अरेबियन एयरलाइंस फ्लाइट 763 और कजाकिस्तान एयरलाइंस फ्लाइट 1907)
- वजह: सऊदी अरेबियन एयरलाइंस के बोइंग 747 और कजाकिस्तान एयरलाइंस के इल्यूशिन Il-76 के बीच हवा में टक्कर हुई. कजाकिस्तान विमान को 15,000 फीट पर रहने का निर्देश था, लेकिन वह 14,000 फीट तक उतर गया, जिससे टक्कर हुई. यह विश्व का सबसे घातक मिड-एयर टकराव और भारत में सबसे घातक विमानन हादसा है.
17 जुलाई 2000: एलायंस एयर फ्लाइट 7412 (बोइंग 737-200)
- स्थान: पटना, बिहार
- मौत: 60 (55 सवार + 5 जमीन पर)
- वजह: लैंडिंग के दौरान विमान सरकारी आवासीय क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. जांच में पायलट त्रुटि और खराब प्रशिक्षण को कारण बताया गया.
22 मई 2010: एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 812 (बोइंग 737-800)
- स्थान: मंगलौर, कर्नाटक
- मौत: 158 (166 में से)
- वजह: दुबई से मंगलौर आने वाली यह उड़ान लैंडिंग के दौरान रनवे से फिसल गईkeyboard: System: कर गई और टकरा गई. रनवे पर एक ट्रक से टकराने के कारण विमान अनियंत्रित हो गया और आग लग गई. इस हादसे में केवल 8 लोग बचे.
7 अगस्त 2020: एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 1344 (बोइंग 737-800)
- स्थान: कोझिकोड, केरल
- मौत: 21 (190 में से)
- वजह: वंदे भारत मिशन के तहत दुबई से भारतीयों को वापस लाने वाली यह उड़ान भारी बारिश और कम दृश्यता के कारण कोझिकोड के टेबलटॉप रनवे से फिसल गई और 30 फीट गहरी खाई में गिरकर दो हिस्सों में टूट गई.