Begin typing your search...

चुनावी चंदे में भाजपा के बाद किस पार्टी पर हुई धनवर्षा? जानें कांग्रेस का हाल

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा को मिलने वाले चंदे में पिछले साल की तुलना में 87 फीसदी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है. भाजपा को इस दौरान कुल 3,967.14 करोड़ रुपये चंदे के रूप में मिले. वहीं, पार्टी के कुल चंदे में इलेक्टोरल बॉन्ड की हिस्सेदारी घटकर आधे से भी कम रह गई है.

चुनावी चंदे में भाजपा के बाद किस पार्टी पर हुई धनवर्षा? जानें कांग्रेस का हाल
X
सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 28 Jan 2025 11:24 AM IST

लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान भारतीय जनता पार्टी को पिछले साल के मुकाबले 87 प्रतिशत अधिक चंदा मिला है, जो अब 3,967.14 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है. हालांकि, चुनावी बॉण्ड से मिलने वाला चंदा भाजपा के लिए घटकर आधा रह गया है. यह जानकारी भाजपा की 2023-24 की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट से प्राप्त हुई है, जिसे चुनाव आयोग ने सोमवार को प्रकाशित किया.

इसके अलावा, कांग्रेस ने भी चंदे के मामले में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है. कांग्रेस को 2022-23 की तुलना में 320 प्रतिशत अधिक चंदा प्राप्त हुआ है, और चुनावी बॉण्ड से मिली रकम भी कांग्रेस के लिए फायदेमंद रही है. भाजपा को स्वैच्छिक योगदान में 2,120.06 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,967.14 करोड़ रुपये मिले हैं, जो एक बड़ी वित्तीय वृद्धि को दर्शाता है.

ये भी पढ़ें :कब पेश हुआ था पहला बजट? एक बार तो पहले ही हो गया था लीक; एक फरवरी से पहले जान लें ये 15 बातें

कांग्रेस के चुनावी चंद्रे में भी इजाफा

इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, चुनाव आयोग की ओर से सोमवार को जारी सालाना रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी को 2022-23 में 2,120.06 करोड़ रुपये का चंदा प्राप्त हुआ था, जो 2023-24 में बढ़कर 3,967.14 करोड़ रुपये हो गया. रिपोर्ट में बताया गया कि भाजपा को चुनावी बॉण्ड के रूप में 1,685.62 करोड़ रुपये मिले, जो उसके कुल चंदे का 43% है. वहीं, साल 2022-23 में पार्टी को चुनावी बॉण्ड से 1,294.14 करोड़ रुपये मिले थे, जो कुल चंदे का 61% था.

चंदे में भाजपा के बाद कौन?

2024 के लोकसभा चुनावी चंदे में भाजपा के बाद कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर रही है, और चुनावी साल में उसे चंदे में महत्वपूर्ण वृद्धि देखने को मिली है. कांग्रेस पार्टी को इस चुनावी चंदे में कुल 1,129.66 करोड़ रुपये मिले हैं. इसमें से 73% यानी 828.36 करोड़ रुपये चुनावी बॉण्ड के जरिए प्राप्त हुए हैं, जबकि 2022-23 में यह आंकड़ा सिर्फ 171.02 करोड़ रुपये था. इसके अलावा, कांग्रेस का चुनावी खर्च भी पिछले साल के 192.55 करोड़ रुपये से बढ़कर 619.67 करोड़ रुपये हो गया है, जो इस पार्टी की चुनावी गतिविधियों में बढ़ी हुई वित्तीय हिस्सेदारी को दर्शाता है.

India News
अगला लेख