'सड़क पर अकेली हूं', आधी रात महिलाओं की सुरक्षा के लिए बाहर निकली 'लेडी सिंघम'
आगरा की असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (ACP) सुकन्या शर्मा टूरिस्ट बन कर शुक्रवार की रात में सड़कों पर महिलाओं की सुरक्षा का जायजा लेने के लिए निकली. उन्होंने देर रात अकेले यात्रा कर सुरक्षा के लिए सभी जरूरी नियमों को परखा और साथ ही 112 नंबर पर कॉल कर इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम की भी जांच की.

27 सितंबर की रात को आगरा की असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर (ACP) सुकन्या शर्मा ने आगरा कैंट रेलवे स्टेशन, एमजी रोड और सदर बाजार जैसे कई संवेदनशील जगहों का दौरा किया. आगरा पुलिस ने अपने सोशल मीडिया पर इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए कहा, "सुकन्या ने सादे कपड़ों में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों की सुरक्षा और पीड़ित की भूमिका निभाते हुए UP112 पर कॉल कर उसकी भी जांच किया.
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के बाहर, सुकन्या ने एक ऑटो लिया और पुलिस को हेल्प के लिए फोन किया. 33 वर्षीय अधिकारी ने बताया कि देर हो चुकी है और सुनसान सड़क के कारण वह असुरक्षित महसूस कर रही हैं.
इमरजेंसी रिस्पॉन्स
कॉल करने के बाद हेल्पलाइन ऑपरेटर ने उन्हें किसी सुरक्षित जगह पर रुकने को कहा और उनकी स्थिति के बारे में जानकारी इकठ्ठे किए. कुछ देर बाद ही महिला गश्ती दल उन्हें लेने के लिए वहां पहुंच गई. बाद में उन्होंने बता दिया कि वो इमरजेंसी प्रणाली की जांच कर रही थी और विश्वास दिया कि इमरजेंसी टीम इसमें पास भी हो गई है.
सुरक्षा की जांच
सुरक्षा की जांच करने के लिए सुकन्या ने एक ऑटो लिया और बिना अपनी पहचान बताए उसमें बैठ गई. सवारी के दौरान, उन्होंने ड्राइवर से शहर में महिलाओं की सुरक्षा के बारे में पूछा और रात में शहर की स्थिति के बारे में भी जाना.
महिलाओं की सुरक्षा
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2022 में महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराध 65,743 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश (UP) में हुआ. देश में महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराध यूपी में हुए, उसके बाद महाराष्ट्र और राजस्थान का स्थान रहा है. देश और प्रदेश में महिला सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा और चिंता का विषय है. इस मुद्दे पर न केवल प्रशासन बल्कि लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है.