Begin typing your search...

एक्टर विजय की पॉलिटिकल पावर दिखाने के चक्कर में 41 लोगों की चली गई जान! पुलिस के FIR में क्या-क्या?

विजय की करूर रैली में भगदड़ से 41 मौतें हुईं.FIR में पुलिस ने आरोप लगाया कि विजय ने जानबूझकर देरी की, बिना अनुमति रोड शो किया और भीड़ को बेसहारा छोड़ दिया, जिससे हादसा हुआ.

एक्टर विजय की पॉलिटिकल पावर दिखाने के चक्कर में 41 लोगों की चली गई जान! पुलिस के FIR में क्या-क्या?
X
( Image Source:  Social Media )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 29 Sept 2025 4:21 PM IST

तमिलनाडु के करूर में रविवार शाम अभिनेता और तमिलगा वेत्रि कझगम (TVK) प्रमुख विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ ने 41 लोगों की जान ले ली. मृतकों में 18 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं. पुलिस की एफआईआर में दावा किया गया है कि यह हादसा विजय की 'जानबूझकर की गई राजनीतिक ताकत दिखाने' की कोशिश का नतीजा था.

एफआईआर के मुताबिक विजय तय समय से घंटों देर से पहुंचे और रास्ते में कई अनधिकृत स्टॉप लेते रहे, जिससे भीड़ बेकाबू हो गई. आयोजकों को भीड़ के लिए पर्याप्त भोजन, पानी और सुविधा की चेतावनी पहले ही दी गई थी, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया. इसके बाद भगदड़ के हालात बने और छत गिरने से कई TVK कार्यकर्ताओं की जान चली गई.

एफआईआर में क्या कहा गया?

पुलिस की एफआईआर के अनुसार, विजय की रैली सुबह 9 बजे शुरू होनी थी और दोपहर 12 बजे तक उन्हें भाषण देना था, लेकिन वे शाम 7 बजे पहुंचे. रास्ते में उनकी बस ने कई बार रुककर अनौपचारिक रोड शो किया, जिससे ट्रैफिक जाम हुआ. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए बैरियर तोड़ दिए गए और लोग शेड की टिन की छत पर चढ़ गए. छत गिरने से कई लोगों की मौके पर मौत हो गई.

राजनीतिक घमासान: DMK बनाम TVK

इस हादसे के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है. सत्ताधारी द्रविड़ मुनेत्र कझगम (DMK) और विजय की TVK एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं. TVK ने इसे 'साजिश' करार दिया और कहा कि मामला सीबीआई को सौंपा जाए. पार्टी के वकील अरिवाझगन ने कहा, 'करूर की घटना में राजनीतिक साजिश हुई है… हमने पुलिस की कोई गाइडलाइन नहीं तोड़ी.' वहीं, DMK प्रवक्ता डॉ. सैयद हफीजुल्ला ने कहा, 'हम इस घटना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहते. कानून अपना काम करेगा.'

विजय की पार्टी का पुलिस पर निशाना

TVK नेताओं ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना है कि विजय के भाषण के दौरान बिजली काट दी गई, भीड़ में घुसकर एंबुलेंस चलाई गईं और लाठीचार्ज किया गया, जिससे भगदड़ मची. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया और दावा किया कि मौके पर 500 जवान तैनात थे. एडीजीपी डेविडसन देवासिरवथम ने कहा, 'करूर इवेंट को हाई-रिस्क कैटेगरी में रखा गया था. हमने हर 50 लोगों पर एक पुलिसकर्मी तैनात किया था. बावजूद इसके स्थिति बेकाबू हो गई और यहां तक कि विजय को भी निकालना मुश्किल हो गया.'

मृतकों के परिवारों को मुआवजा

इस दुखद हादसे में मारे गए 41 लोगों के परिवारों को वित्तीय मदद देने का ऐलान किया गया है. तमिलनाडु सरकार: ₹10 लाख प्रति परिवार TVK पार्टी: ₹20 लाख प्रति परिवार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (BJP): ₹2 लाख प्रति परिवार.

India News
अगला लेख