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'ये क्या कह रही हैं?... ' जब करियर के मामले में Dimple Kapadia की सलाह से हैरान रह गई थी Manisha Koirala

मनीषा कोइराला 1990 के दशक में बॉलीवुड की सबसे लीड एक्ट्रेस में से एक थीं. हाल ही में उन्होंने संजय लीला भंसाली की फिल्म 'हीरामंडी' से वापसी की है.मनीषा ने उस समय को याद किया जब वह अपने बॉलीवुड करियर से थक चुकी थीं और उन्होंने डिंपल कपाड़िया से सलाह मांगी थी.

ये क्या कह रही हैं?...  जब करियर के मामले में Dimple Kapadia की सलाह से हैरान रह गई थी Manisha Koirala
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( Image Source:  Instagram : m_koirala )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 9 Nov 2024 4:19 PM

मनीषा कोइराला (Manisha Koirala) ने हाल ही में संजय लीला भंसाली की पहली वेब सीरीज़ 'हीरामंडी: द डायमंड बाज़ार' (Heeramandi) से दमदार वापसी की है। 2012 में कैंसर का पता चलने तक वह बॉलीवुड की लीड एक्ट्रेस में से एक थीं.

2015 में मनीषा ने फिल्म 'चेहरे' से वापसी की लेकिन एक ऐसा दौर भी आया जब वह बॉलीवुड छोड़ना चाहती थीं क्योंकि वह "इससे ऊब चुकी थीं. हालांकि बॉम्बे की इस एक्ट्रेस ने दिग्गज स्टार डिंपल कपाड़िया से इस बारे में बात की थी, लेकिन उस समय उन्हें उनकी सलाह पसंद नहीं आई थी.

डिंपल की सलाह

एएनआई से बात करते हुए मनीषा ने उस समय को याद किया जब वह अपने बॉलीवुड करियर से थक चुकी थीं और उन्होंने डिंपल कपाड़िया से सलाह मांगी थी. उन्होंने कहा, 'मुझे डिंपल जी के साथ यह बातचीत याद है. हम एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. मैंने उनसे कहा, 'मैं एक्टिंग से ऊब चुकी हूं और उन्होंने कहा, 'तुम्हें इसका आनंद लेना चाहिए क्योंकि यह हमेशा के लिए नहीं रहने वाला है और उन्होंने मुझे बहुत बढ़िया सलाह दी. लेकिन उस समय मैं सोच रही थी, 'ये क्या कह रही है? क्या वह नहीं समझ सकती कि मैं ऊब चुकी हूं?'.

मेरे पास बहुत सारा काम था

सालों बाद एक्ट्रेस को एहसास हुआ कि डिंपल ने उन्हें बहुत अच्छी सलाह दी थी. बोरियत महसूस करने के अपने कारणों को समझाते हुए मनीषा ने कहा, 'मेरे पास बहुत सारा काम था. मैं बहुत सारी फ़िल्में कर रही थी... हर सुबह मैं उठती और मेकअप के लिए दो-तीन घंटे बैठती, तीन अलग-अलग फ़िल्मों के लिए तीन अलग-अलग शिफ्ट में काम करती। हम दिन में कम से कम 15 घंटे काम करते थे।संडे को कोई छुट्टी नहीं थी। उस समय छह दिन काम करने की कांसेप्ट मौजूद नहीं था. आपसे साल में 360 दिन काम करने की उम्मीद की जाती थी. सालों तक कोई छुट्टी या ब्रेक नहीं और मुझे लगता है कि इसने मुझे मजबूर किया और मैं इससे ऊब गई.' उन्होंने आगे कहा, 'मैं बहुत थकी हुई घर वापस आती थी और धीरे-धीरे मेरी रुचि खत्म होने लगती थी.

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