कौन थे Dheeraj Kumar? ओम नमः शिवाय, श्री गणेश समेत बनाए कई हिट टीवी शो, इन दिग्गज स्टार्स के रहे को-एक्टर
1 अक्टूबर 1944 को जन्में धीरज कुमार ने अपने करियर की शुरुआत 1965 में एक 'टैलेंट हंट' शो के फाइनलिस्ट के रूप में की थी, जिसमें राजेश खन्ना और सुभाष घई जैसे दिग्गज भी शामिल थे. इस प्रतियोगिता में राजेश खन्ना विजेता बने, लेकिन धीरज को भी इस शो के माध्यम से फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश करने का मौका मिला.
भारतीय फिल्म और टेलीविज़न की दुनिया से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है. मशहूर एक्टर, निर्देशक और निर्माता धीरज कुमार का निधन हो गया है, वे 79 साल के थे. उन्होंने सोमवार देर शाम मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली. बताया जा रहा है कि वे एक्यूट निमोनिया से पीड़ित थे और हालत गंभीर होने पर उन्हें ICU में भर्ती कराया गया था. वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हो पाया.
धीरज कुमार के अचानक चले जाने से टीवी और फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. उन्हें पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां थीं, और सोमवार को जब वे इस्कॉन मंदिर में दर्शन करके लौटे, तो अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें नहीं बचा सके.
इन फिल्मों में एक्टिंग का दम
धीरज कुमार का फिल्म और टेलीविजन में योगदान बहुत ही शानदार और यादगार रहा है. उन्होंने न सिर्फ एक सफल एक्टर के रूप में पहचान बनाई, बल्कि बाद में निर्देशक और निर्माता के तौर पर भी उन्होंने खूब नाम कमाया. धीरज कुमार ने अपने करियर की शुरुआत 1970 के दशक में बतौर एक्टर से की थी. उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में अहम भूमिकाएं निभाईं, जैसे- 'दीदार', 'रातों का राजा', 'बहारों फूल बरसाओ', 'शराफत छोड़ दी मैंने', 'रोटी कपड़ा और मकान', सरगम, क्रांति, मांग भरों सजना.'
अशोक पंडित ने दी श्रद्धांजलि
धीरज कुमार के निधन की खबर सुनकर इंडस्ट्री के कई कलाकार और फिल्म निर्माता शोक में डूब गए हैं. फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर शेयर की और लिखा, 'बहुत दुख हुआ ये जानकर कि जाने-माने एक्टर-प्रोड्यूसर धीरज कुमार अब हमारे बीच नहीं रहे.. ओम शांति.' हालांकि, परिवार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. उम्मीद है कि आने वाले समय में अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि से जुड़ी जानकारी सामने आएगी.
कौन थे धीरज कुमार जिनका ये गाना रहा फेमस?
1 अक्टूबर 1944 को जन्में धीरज कुमार ने अपने करियर की शुरुआत 1965 में एक 'टैलेंट हंट' शो के फाइनलिस्ट के रूप में की थी, जिसमें राजेश खन्ना और सुभाष घई जैसे दिग्गज भी शामिल थे. इस प्रतियोगिता में राजेश खन्ना विजेता बने, लेकिन धीरज को भी इस शो के माध्यम से फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश करने का मौका मिला. धीरज ने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की और कई विज्ञापनों में काम किया, जिनमें विक्स एक्शन 500 जैसे ब्रांड शामिल थे. उन्होंने 1970 से 1984 तक 21 पंजाबी फिल्मों में काम किया और हिंदी सिनेमा में भी अपनी पहचान बनाई. उनकी प्रमुख फिल्मों में 'हीरा पन्ना' (1973), 'रोटी कपड़ा और मकान' (1974), 'सरगम' (1979), 'बहरूपिया' (1971), 'शिरडी के साईं बाबा', 'मांग भरो सजना', 'क्रांति', और 'बेपनाह' शामिल हैं. खास रूप से, फिल्म 'स्वामी' (1977) में उनके ऊपर फिल्माया गया गाना 'का करूं सजनी, आए ना बलम' काफी लोकप्रिय हुआ.
दिए कई हिट टीवी शो
एक्टिंग से ब्रेक लेने के बाद, धीरज ने प्रोडक्शन और निर्देशन की ओर रुख किया. 1986 में उन्होंने अपनी प्रोडक्शन कंपनी क्रिएटिव आई लिमिटेड की स्थापना की, जिसके बैनर तले उन्होंने 35 से अधिक टेलीविजन शो का निर्माण किया. इनमें 'ओम नमः शिवाय' (1997), 'श्री गणेश' (2000), 'मिली', 'घर की लक्ष्मी बेटियां', 'मायका', 'मन में है विश्वास', और 'इश्क सुब्हान अल्लाह' जैसे पॉपुलर टीवी शो शामिल हैं. इसके अलावा, उन्होंने 2004 में बच्चों की फिल्म 'आबरा का डाबरा' का निर्देशन भी किया.





