Begin typing your search...

'पुष्पा 2' प्रीमियर में मची भगदड़ के लिए क्या सिर्फ अल्लू अर्जुन जिम्मेदार, क्या कह रहे प्रत्यक्षदर्शी?

Pushpa 2 Stampede Case: कल अभिनेता अल्लू अर्जुन को पुलिस ने पूछताछ के लिए स्टेशन बुलाया और करीब 2-3 घंटे तक पुछताछ भी चली. हाल में मीडिया से बात करते हुए एक विटनेस ने इस बात का खपलासा किया है कि इस भगदड़ का जिम्मेदार कौन है? भगदड़ के दौरान एक महिला की दुखद मौत हो गई और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हुआ.

पुष्पा 2 प्रीमियर में मची भगदड़ के लिए क्या सिर्फ अल्लू अर्जुन जिम्मेदार, क्या कह रहे प्रत्यक्षदर्शी?
X
( Image Source:  ANI )

Pushpa 2 Stampede Case: हैदराबाद में 4 दिसंबर को ‘पुष्पा 2: द राइज’ के प्रीमियर के दौरान हुए एक दुखद हादसे में एक महिला की मौत हो गई. यह घटना सिनेमा हॉल में भगदड़ के कारण हुई. हालांकि, तेलुगू सुपरस्टार अल्लू अर्जुन को इस घटना के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराना गलत है. एक विटनेस ने इस घटना के कुछ अनकहे पहलुओं को उजागर किया है, जिनसे साफ होता है कि इसमें पुलिस और सरकार की भी बड़ी भूमिका है.

इस घटना के विटनेस विजय ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि यह नहीं माना जा सकता कि केवल अल्लू अर्जुन जिम्मेदार हैं. उन्होंने बताया कि यह सरकार ही थी, जिसने प्रीमियर के लिए अनुमति दी और प्रति टिकट 1100 रुपये वसूले. बदले में उन्हें क्या मिला? केवल पुलिस की लाठीचार्ज और जनता की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया. विजय ने बताया कि करीब 3000 लोग सिनेमा हॉल के बाहर जमा थे, जिनमें से अधिकतर लोग अल्लू अर्जुन की एक झलक पाने के लिए वहां पहुंचे थे. उनकी पीआर टीम ने पहले ही साफ कर दिया था कि अभिनेता इस प्रीमियर में शामिल होंगे.

पुलिस की लापरवाही

उन्होंने बताया कि पुलिस स्टेशन उस स्थान से केवल 1 किलोमीटर दूर था, जहां यह भगदड़ हुई, लेकिन फिर भी पुलिस ने केवल 20 से 25 कर्मियों को तैनात किया था. ये कर्मी मुख्य रूप से वीआईपी लोगों की सुरक्षा में लगे थे. पुलिस ने न तो टिकट चेक किया, न ही भीड़ को कंट्रोल करने के लिए बैरिकेड्स लगाए, और न ही कोई रस्सी बांधी.

विजय का कहना था, “अगर पुलिस को इस प्रकार की स्थिति को कंट्रोल करने का आदेश नहीं था, तो उन्हें अल्लू अर्जुन को वहां से क्यों नहीं भेज दिया?”

बच्चे की हालत में सुधार

मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, स्क्रीनिंग के दौरान 4 दिसंबर को हुई भगदड़ में घायल हुए आठ साल के बच्चे की हालत में सुधार आ रहा है. इस बात की जानकारी बच्चे के पिता ने मंगलवार को दी. हैदराबाद के अस्पताल में मीडिया को संबोधित करते हुए भास्कर ने बताया कि लड़के को दो दिन पहले ऑक्सीजन और वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा दिया गया था.

अल्लू अर्जुन से पुलिस की पूछताछ

इस घटना के बाद कल अल्लू अर्जुन को पुलिस स्टेशन बुलाया गया. वह 11 बजे पहुंचे और उनसे 2:45 तक पुलिस ने पूछताछ की. हालांकि, इस दौरान अभिनेता को गिरफ्तार नहीं किया गया, लेकिन उनकी सुरक्षा में लगे बाउंसर एंथनी को गिरफ्तार किया गया. एंथनी पर आरोप था कि उन्होंने एक व्यक्ति को धक्का दिया.

मनोज तिवारी ने किया अल्लू अर्जुन का बचाव

बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने इस पूरे मामले में तेलंगाना सरकार की आलोचना करते हुए अल्लू अर्जुन का समर्थन किया. उनका कहना था कि सरकार बिना वजह अभिनेता को इस मामले में फंसा रही है और सच्चाई को नजरअंदाज कर रही है.

महिला की मौत और अल्लू अर्जुन पर आरोप

भगदड़ के दौरान एक महिला की दुखद मौत हो गई और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हुआ. इसके बाद, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने अल्लू अर्जुन पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिना पुलिस की अनुमति के थिएटर में प्रवेश किया और भगदड़ के बाद भी रोड शो करने की कोशिश की. पुलिस का कहना था कि जब उन्हें महिला की मौत की जानकारी मिली, तब भी अल्लू अर्जुन वहां से जाने के लिए तैयार नहीं थे.

अगला लेख