Sitaare Zameen Par X Review: किसी को मास्टरपीस, किसी को बोरिंग! Aamir Khan की एक्टिंग पर बंटा सोशल मीडिया
यह फिल्म इसलिए भी खास है क्योंकि आमिर खान करीब तीन साल के लंबे ब्रेक के बाद सिल्वर स्क्रीन पर लौटे हैं. इस वापसी ने उनके फैंस के बीच एक्साइटमेंट की लहर दौड़ा दी थी, और अब जब फिल्म रिलीज़ हो चुकी है, तो यह उम्मीदों पर पूरी तरह खरी उतरती नजर आ रही है.

लगभग 20 साल पहले, जब आमिर खान (Aamir Khan) की फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ आई थी, तो उसने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की, बल्कि लाखों लोगों के दिलों में एक गहरी और स्थायी छाप छोड़ी थी. यह फिल्म हर उस बच्चे की आवाज़ बनी थी जिसे समझने की ज़रूरत है, ना कि बदलने की. अब साल 2025 में, आमिर खान एक बार फिर एक इमोशनल और इंस्पिरेशनल कहानी के साथ लौटे हैं- जिसका नाम है ‘सितारे ज़मीन पर’.
फिल्म का निर्देशन आर.एस. प्रसन्ना ने किया है, जिन्होंने पहले भी सामाजिक और इमोशनल विषयों को सेंसिटिविटी के साथ पर्दे पर दिखाया है. इस फिल्म में आमिर खान के साथ एक्ट्रेस जेनेलिया देशमुख भी एक अहम भूमिका में नजर आ रही हैं. 'सितारे ज़मीन पर' आज, यानी 20 जून को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज़ हो चुकी है.
तारीफों की बौछार
यह फिल्म इसलिए भी खास है क्योंकि आमिर खान करीब तीन साल के लंबे ब्रेक के बाद सिल्वर स्क्रीन पर लौटे हैं. इस वापसी ने उनके फैंस के बीच एक्साइटमेंट की लहर दौड़ा दी थी, और अब जब फिल्म रिलीज़ हो चुकी है, तो यह उम्मीदों पर पूरी तरह खरी उतरती नजर आ रही है. फिल्म रिलीज़ होते ही सोशल मीडिया पर दर्शकों की इमोशनल प्रतिक्रियाएं और तारीफों की बौछार शुरू हो गई है. एक्स हैंडल पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं शेयर कर रहे हैं. कुछ यूज़र्स ने इसे 'तारे ज़मीन पर' का 'स्पिरिचुअल सक्सेसर' बताया है – यानी एक ऐसी फिल्म जो भावनाओं की उसी गहराई में उतरती है, लेकिन नए संदर्भ और नए मुद्दों के साथ.
एक्स यूजर्स का रिएक्शन
एक एक्स यूजर ने फिल्म की तारीफ करते हुए लिखा, 'अभी-अभी थिएटर से मुस्कुराते हुए बाहर आया हूं. लंबे समय के बाद वाकई एक अच्छी हिंदी फिल्म. #AamirKhan पूरे समय चमकते रहे, लेकिन सबसे ज़्यादा ध्यान 'Sitaares' ने खींचा. सबसे अच्छी बात यह है कि फिल्म सिम्पैथी के साथ पॉसिटिविटी फैलाती है... #SitaareZameenPar❤️
दूसरी यूजर ने लिखा, 'आमिर खान अपने अंदाज़ में वापस आ गए हैं, उन्होंने कॉमेडी और शानदार एक्टिंग ने एक बार फिर हम सबके दिल को छू लिया है. न्यूरोडाइवर्जेंट कास्ट ने अपने कच्चे, खूबसूरत एक्टिंग से शो को चुरा लिया है. यह एक ऐसी फिल्म है जिसे देखना ज़रूरी है, जो आपको हंसाएगी, रुलाएगी और 'नार्मल' होने के बारे में फिर से सोचने पर मजबूर करेगी.
एक अन्य ने लिखा, 'एक एंटरटेनिंग, इंस्पिरेशनल और दिल को छू लेने वाली फिल्म है. यह स्पोर्ट्स-कॉमेडी ड्रामा आपको कहीं भी बोर नहीं करती. यह फिल्म आपको एक साथ हंसाती और रुलाती है. #sitaarezameenpar
उबाऊ,पकाऊ और ठीक-ठाक एक्टिंग
एक ने कहा, '#सीतारेजमीनपर एक थका देने वाली फिल्म थी. मुझे उम्मीद थी कि यह कम से कम देखने लायक रेगुलर ड्रामा होगी- लेकिन फिल्म हर तरफ में विफल रही; इसमें कोई दम नहीं है. इमोशनल कोर के बिना सुस्त, लंबी और उबाऊ. आमिर ने ज़्यादातर ओवरएक्टिंग की, जेनेलिया ने ठीक-ठाक एक्टिंग किया, सपोर्टिव कलाकारों ने अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश की.
डाउन सिंड्रोम पर बेस्ड फिल्म की कहानी
‘सितारे ज़मीन पर’ की कहानी एक डाउन सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे समाज में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. फिल्म में कॉमेडी और इमोशनल पलो का मिश्रण है, जो दर्शकों को हंसाने के साथ-साथ गहरे सामाजिक संदेश देता है. यह कहानी खासतौर से डाउन सिंड्रोम जैसे न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने और ऐसे व्यक्तियों के प्रति सहानुभूति और अपनाने के बारें में हैं. आमिर खान ने एक इंटरव्यू में बताया कि जहां ‘तारे ज़मीन पर’ ने डिस्लेक्सिया जैसे टॉपिक को गंभीर और इमोशनल रूप से प्रेजेंट किया था, वहीं ‘सितारे ज़मीन पर’ एक हल्के-फुल्के और कॉमेडी अंदाज़ में एक गंभीर मुद्दे को उठाती है. फिल्म का उद्देश्य दर्शकों को हंसाते हुए यह दिखाना है कि खास जरूरत वाले लोग भी समाज का अभिन्न हिस्सा हैं और उनकी अपनी खूबियां और योगदान हैं.