वो झूठ बोल रहा है.... एक्ट्रेस Suchitra Krishnamoorthi ने एयर इंडिया हादसे में बचे विश्वास कुमार पर उठाया सवाल
40 साल के विश्वास कुमार रमेश, जो एक ब्रिटिश नागरिक हैं, उस दिन एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ान में सीट नंबर 11A पर बैठे थे, जो इमरजेंसी एग्जिट के पास थी.

12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे में लगभग 260 लोगों की मौत हो गई, लेकिन एक शख्स, विश्वास कुमार रमेश, इस दिल दहला देने वाले हादसे में चमत्कारिक रूप से बच निकले. जहां पूरा देश इस त्रासदी से हैरान था, वहीं एक और नई बहस छिड़ गई. जब एक्ट्रेस सुचित्रा कृष्णमूर्ति ने इस हादसे से जुड़े विश्वास कुमार की कहानी पर सवाल उठा दिए. घटना तब शुरू हुई जब सुचित्रा कृष्णमूर्ति ने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में विश्वास पर आरोप लगाया कि वे झूठ बोल रहे हैं और शायद वो इस दुर्घटना में थे ही नहीं. उन्होंने लिखा था कि उन्हें शक है कि विश्वास ने विमान में होने और एकमात्र जीवित बचने की जो कहानी बताई है, वह सच नहीं है.
सुचित्रा ने अपनी पोस्ट में कहा, 'तो इस विश्वास कुमार रमेश ने विमान में यात्री होने और एकमात्र जीवित बचे होने के बारे में झूठ बोला? यह वाकई अजीब है… अगर यह सच है तो यह व्यक्ति गंभीर सजा और मानसिक देखभाल का पात्र है.' जिसके बाद एक्ट्रेस की इस टिप्पणी पर = बड़ा विवाद हुआ और लोगों ने की आलोचना की.
लोगों ने की एक्ट्रेस की आलोचना
इस पोस्ट के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. कई यूज़र्स ने सुचित्रा की आलोचना करते हुए कहा कि वे एक पीड़ित व्यक्ति के दर्द का मज़ाक बना रही हैं और बिना पुष्टि के झूठी अफवाहें फैला रही हैं. लोगों ने ये भी याद दिलाया कि विश्वास कुमार रमेश की पहचान अहमदाबाद के सिविल अस्पताल द्वारा वेरिफाई की गई थी और उनकी मेडिकल कंडीशन पूरी तरह डॉक्यूमेंटेड थी.
मांगनी पड़ी माफ़ी
लोगों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद सुचित्रा ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया और एक नया ट्वीट करके सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगी. उन्होंने लिखा, 'एयर इंडिया दुर्घटना में बचे व्यक्ति पर अपना पिछला ट्वीट हटा दिया. लगता है कि वह झूठी खबर थी, भगवान जाने किस मकसद से फैलाई गई....माफ़ी चाहती हूं.'
बाहर निकालने में कामयाब रहे विश्वास
40 साल के विश्वास कुमार रमेश, जो एक ब्रिटिश नागरिक हैं, उस दिन एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ान में सीट नंबर 11A पर बैठे थे, जो इमरजेंसी एग्जिट के पास थी. जब विमान में तकनीकी खराबी के कारण आग लग गई और दुर्घटना हुई, तब वे किसी तरह उड़ान से बाहर निकलने में कामयाब हो गए. यह किसी चमत्कार से कम नहीं था, क्योंकि बाकी सभी यात्रियों और क्रू सदस्यों की मृत्यु हो गई थी. उन्हें अहमदाबाद सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया और एक हफ्ते के अंदर उन्हें छुट्टी दे दी गई.
अपने भाई को खोने का गहरा दुख
विश्वास अकेले नहीं थे, उस फ्लाइट में उनके भाई अजय कुमार रमेश भी उनके साथ यात्रा कर रहे थे. दुख की बात है कि अजय इस हादसे में बच नहीं सके. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के कुछ ही समय बाद, विश्वास ने अपने भाई के अंतिम संस्कार में भाग लिया. रिपोर्ट्स के अनुसार, विश्वास को अंतिम संस्कार में अपने भाई को कंधा देते हुए भी देखा गया, जो उस दुख की गहराई को दर्शाता है जिसे वह झेल रहे हैं.
परिवार भारत आया था छुट्टियां बिताने
विश्वास और उनके भाई दीव के मूल निवासी थे और भारत में अपने परिवार से मिलने और समय बिताने के लिए लंदन से आए थे. हादसे की खबर मिलने के बाद विश्वास का परिवार भी ब्रिटेन से भारत पहुंचा, जहां उन्होंने इस भयानक हादसे में अपनों को खोने का दुख शेयर किया.
कौन हैं सुचित्रा कृष्णमूर्ति
साल 1994 में सुचित्रा ने शाहरुख खान के साथ फिल्म 'कभी हां कभी ना' में काम करके ख़ास लोकप्रियता हासिल की. इसके अलावा उन्होंने मलयालम, तमिल और कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया, जैसे 'किलुक्कम्पेट्टी' (1991) और 'विष्व' (1999). 1990 के दशक में सुचित्रा ने पॉप म्यूजिक में कदम रखा और चार स्टूडियो एल्बम जारी किए - 'डोले डोले', 'दम तारा', और 'ज़िन्दगी.'