Sharmila Tagore बनी 'हेल्पएज इंडिया ऑनरेरी' की ब्रांड एंबेसडर, बुजुर्गों के लिए जागरूकता फैलाएंगी दिग्गज एक्ट्रेस
अपनी नई भूमिका के रूप में शर्मिला टैगोर ने नेशन वाइड 'जनरेशन टुगेदर' कैंपिंग शुरू किया. जिसका उद्देश्य यंग जनरेशन और ओल्ड जनरेशन के बीच की दूरी को कम करना है. इस पहल में स्कूली बच्चों और यंगर्स को शामिल करते हुए 'यंग चैंपियंस फॉर द एल्डर कॉज़' भी शामिल है.

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (आईडीओपी) के मौके पर वर्सटाइल एक्ट्रेस और पद्म भूषण अवार्ड विनर शर्मिला टैगोर, भारत में वृद्ध लोगों के लिए और उनके लिए काम करने वाले एक नॉन-प्रॉफिट आर्गेनाईजेशन हेल्पएज इंडिया की ब्रांड एंबेसडर के रूप में शामिल हुईं.
आर्गेनाईजेशन ने बुधवार को एक प्रेस बयान में बताया कि अपनी नई भूमिका के तहत, टैगोर नेनेशन वाइड 'जनरेशन टुगेदर' कैंपिंग शुरू किया. जिसका मकसद जनरेशन के बीच की दूरी को कम करना और अधिक आयु-समावेशी समाज बनाना है. इस पहल में स्कूली बच्चों और यंगर्स को शामिल करते हुए 'यंग चैंपियंस फॉर द एल्डर कॉज़' भी शामिल है.
अब जीवन में एक ऐसे चरण में हूं
इस साल के इवेंट का थीम था 'सभी उम्र के लिए एक समाज की ओर: अवसरों को अनलॉक करना'. इस मुद्दे के प्रति अपनी कमिटमेंट को व्यक्त करते हुए, शर्मिला टैगोर ने कहा, 'मैं अब जीवन में एक ऐसे चरण में हूं जहां मैं वह काम चुनती हूं जो मेरे अनुरूप है. हेल्पएज इंडिया के ब्रांड एंबेसडर के रूप में मुझे बुजुर्गों के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इस उद्देश्य के लिए अधिक समर्थन को प्रोत्साहित करने की उम्मीद है.' उन्होंने आगे कहा, 'आज का थीम सभी उम्र के लिए एक समाज की ओर जरुरी है, लेकिन सिस्टमिक चेंज की भी जरूरत है - चाहे वह सिविल सोसाइटी, एजुकेशन इंस्टिट्यूट, कॉर्पोरेट,फिलांथ्रोपिस्ट या सार्वजनिक क्षेत्र हो सभी को योगदान देना चाहिए.'
परिवार समय नहीं देता
हेल्पएज इंडिया की 2022 रिपोर्ट, 'ब्रिज द गैप: अंडरस्टैंडिंग एल्डर नीड्स' से पता चला कि 79 प्रतिशत बुजुर्गों को लगता है कि उनका परिवार उनके साथ पर्याप्त समय नहीं बिताता है. जबकि 40 प्रतिशत ने शामिल बुजुर्ग ने नई चीजें सीखने की इच्छा व्यक्त की.
बातचीत को एनकरेज करना
हेल्पएज इंडिया के सीईओ रोहित प्रसाद ने 'जनरेशन टुगेदर' कैंपिंगके मिशन के बारे में डिटेल में बताते हुए कहा, 'यह कैंपिंग जनरेशन के बीच बातचीत को बढ़ावा देना, बातचीत को एनकरेज करना और अधिक आयु-संवेदनशील समाज बनाने के लिए सहयोग करना चाहता है. अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस हमें मजबूत अंतर-पीढ़ीगत संबंधों की आवश्यकता की याद दिलाता है. बुजुर्ग युवाओं को जीवन की सीख दे सकते हैं, जबकि युवा पीढ़ी वृद्धों को डिजिटल दुनिया में नेविगेट करने में मदद कर सकती है.'